बुराड़ी जाम में फंसकर हजारो लोग देते है जनप्रतिनिधियो को बददुवाएं , बुराड़ी सड़क पहली बारिश में ही हुई खस्ताहाल ।
दिल्ली में जनसंख्या लगातार बढ़ी है पर उस एवेज में सुविधाएं नही बढ़ पाई । बात करें बुराड़ी विधानसभा की तो यहां एरिया में सौ से ज्यादा कालोनिया बस गई । आम आदमी दिल्ली के अंदर करोड़ो रूपयो का आशियाना नही खरीद सकता तो इन्होंने बुराड़ी जैसे एरिया का रुख किया और अचानक से बड़ी तादाद बुराड़ी में आ बसी पर सुविधाएं पहले बाली ही सिमित रह गई ।
बुराड़ी – नत्थूपुरा रॉड पर जाम एक बड़ी समस्या है यहां कोई भी शख्स जब इस सड़क पर इंट्री करता है तो घण्टो जाम में फँसता है और यहां आकर एक ही सवाल करता है यहां का MLA कौन है बहुत बुरा हाल है सड़क पर अवैध कब्जे है बिल्डरों के सामान सड़क पर पड़े है PWD की सड़क बिल्डरों के गोदाम बन गए है । जगह जगह रेहड़ी पटरी लगाकर रॉड बिलकुल सँकरा कर दिया पर उनको रोके कौन वो भी वोट बैंक है । पर हजारों लोग जाम में फंसकर यहां के AAP से विधायक संजीव झा को कोसते है जिससे संजीव झा के करवाये गये दूसरे काम भी नही दीखते क्योकि जाम में फंसकर इंसान बाकी सब भूल जाता है । विधानसभा में कूड़े को डालने के लिए ढलाव नही यहां कौशिक इंक्लेव के पास मैन रोड़ पर कूड़ा निगम कर्मचारी डाल देते है और बारिस कूड़ा फैलकर दलदल बन गया जिसने पूरी विधानसभा को चार चाँद लगा दिए है । बुराड़ी एरिया के काफी लोग सन्त नगर की तरफ से मुख्य सड़क के जाम से बचने के लिया वाया नगली से कई किलोमीटर का राउंड लेकर आते है । अभी तक जाम के छुटकारे का कोई बड़ा विकल्प दिखाई नहो दे रहा न ही कोई बड़ी योजना शुरू हुई जो अगले दो ढाई साल में पूरी हो जाए , मतलब साफ है इसका खामियाजा अगले चुनाव में विधायक संजीव झा को भुगतना पड़ सकता है क्योंकि आगे समस्या और बढ़ेगी और कोई दूसरा रॉड जो पुश्ते आदि की तरफ से बने ऐसी कोई योजना शुरी नही हुई क्योकि पुश्ता रॉड चौड़ा भी होगा तो उसमें कई साल लगने स्वाभाविक है । इसलिए जरूरत है लोगो की समस्या और राजनैतिक भविष्य के लिए यहां निगम और दिल्ली सरकार में जनता के जनप्रतिनिधि इस पर काम करें वरना बददुवाओ का दौर गुस्से में भी तब्दील होगा जिसमें लोग आगामी चुनाव में जनप्रतिनिधि बदल लेंगे ।