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NEW DELHI
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को तोड़ने और हरियाणा की अलग कमेटी के हक में हल्फीया बयान सुप्रीम कोर्ट में दायर करने के प्रयास श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता को धाराशाही करने का प्रयास है जो बर्दाशत नहीं किया जायेगा।
आज यहां जारी किए एक बयान में श्री सिरसा ने कहा कि अहमद शाह अब्दाली से लेकर इंदिरा गांधी तक पहले भी अलग-अलग कांग्रेसी शासकों व हुक्मरानों ने श्री अकाल तख्त साहिब को धाराशाही करने के प्रयास किये हैं पर हमेशा असफल रहे हैं। ताजा उदाहरण भी सफल नहीं होगा क्योंकि दुनिया भर के सिखों को शिरोमणी कमेटी पर गर्व है जो सिखों की मिनी पार्लियामेंट है व श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता कायम है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी श्री अकाल तख्त साहिब को ढहाने वाली सोच का मुजाहरा किया है।
श्री सिरसा ने कहा कि सिखों के दुश्मन सिखों को छोटी-छोटी कमेटियों में बांटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ अलग-अलग राज्यों को जोड़ कर देश बनाने वाले पटेल की प्रशंसा हो रही है जबकि दूसरी तरफ सिखों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटने के प्रयास हो रहे हैं।
दिल्ली कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह द्वारा हरियाणा में अलग कमेटी बनाने व शिरोमणी कमेटी को तोड़ने का विरोध किया गया था व ऐसे प्रयास रोक दिये गये थे । अब भी जरूरी है कि वह ऐसे किसी भी प्रयासों को रोकें और कैप्टन अमरिंदर सिंह को ऐसे प्रयास तुरंत बंद करने की हिदायत करें।
श्री सिरसा ने कहा कि सिख कभी भी अपनी मिनी संसद को तोड़ने के प्रयास बर्दाशत नहीं करेंगे व सिखों को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटने के प्रयासों को हर हाल में असफल किया जायेगा।