दिल्ली के शालीमार बाग का मैक्स अस्प्ताल एक बार फिर सुर्खियों में है। अस्प्ताल में इलाज के दौरान फिर लापरवाही का आरोप लगा है। आरोप है 25 दिसम्बर को फिर एक सीनियर डॉक्टर की जगह जूनियर डाक्टर ने किया मरीज का ऑपरेशन … ऑपरेशन के 10 मिनट बाद हो गई मरीज की मौत… स्टंट डलवाने आए थे कमलेश जिनकी उम्र करीब 58 साल थी परिवार ने शालीमार बाग थाना पुलिस को सूचना दी …पुलिस जाँच में जुटी…..
मैक्स ने इसपर प्रतिक्रिया टेक्स्ट मैसेज के जरिये दी है कि “मरीज को एमर्जेंसी में लाया गया था । छाती में दर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें थी । जिसकी जांच में तीन धमनिया रुकी थी । मेडिकल टीमो के प्रयासों के बाद भी मरीज को बचाया नही जा सका और दुःख की इस घड़ी में अस्पताल की संवेदनाये साथ है । सभी शिकायतों की समीक्षा के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है ।”
घटना सोमवार शाम की है जब शालीमार बाग थाना पुलिस को सूचना मिली कि मैक्स अस्प्ताल में कमलेश नाम के शख्स को उनका परिवार दोपहर करीब दो बजे लेकर आया था उनके स्टंट डलना था शाम को जब उनका ऑपरेशन किया गया तो परिवार को करीब आठ बजे शाम बताया गया कि उनका ऑपरेशन ठीक से हो गया है लेकिन तभी 10 मिनट बाद सूचना मिली कि मरीज की मौत हो गई है और परिवार को पता चला की जिस डॉक्टर के लिए उन्हें रेफर किया गया था उसकी जगह किसी जूनियर डाक्टर ने उनका ऑपरेशन किया है जिस डाक्टर ने उनका ऑपरेशन करना था उनका नाम डॉक्टर नवीन भामरी है जबकी उसकी जगह डॉक्टर देवेंद्र ने उनका ऑपरेशन कर दिया जिसके बाद परिवार का आरोप है की स्टंट ठीक से नही डला था जिसकी वजह से मरीज के शरीर मे खून जम गया और 10 मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई…
अब परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है और मेक्स अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई है शालीमार बाग थाना पुलिस ने मृतक की बेटी सारिका ओर दामाद योगेश का ब्यान ले लिया है और शव को फिलहाल बाबू जगजीवन राम अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है कल मृतक कमलेश का पोस्टमार्टम सफदरजंग अस्पताल में स्पेशल बोर्ड की देखरेख में किया जाएगा लेकिन अस्पताल का लाइसेंस एक बार रद होने के बाद भी अस्पताल ने सबक नही लिया है और आरोप है की लापरवाही के कारन फिर एक की मौत हो गयी। इसपर अब मैक्स अस्पताल ने प्रतिक्रिया दी है । *”मरीज को एमर्जेंसी में लाया गया था । छाती में दर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायतें थी । जिसकी जांच में तीन धमनिया रुकी थी । मेडिकल टीमो के प्रयासों के बाद भी मरीज को बचाया नही जा सका और दुःख की इस घड़ी में अस्पताल की संवेदनाये साथ है । सभी शिकायतों की समीक्षा के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है ।”* फिलहाल इस मामले की भी जांच जारी है ।
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Max का msg जो मिडिया को प्रेषित किया गया
Statement from Max Healthcare authorities:
The patient was brought into the Emergency in the afternoon of 25th December, with complaints of chest pain and breathlessness. Initial ECG confirmed acute STEMI (heart attack). Further investigation revealed Triple Vessel Disease (blockage in three major arteries). The patient was 58 years old and had a history of Diabetes, Hypertension and smoking. Despite due efforts by the medical team, the patient could not be saved. Our condolences are with the family in their moment of grief. We have an established protocol for review for all complaints that are raised and we are committed to following the full process. Patient care is of utmost importance to us at Max Hospital.