बुराड़ी में कौवा ऊँचे सफेदे के पेड़ पर पतंग के मांजे में उलझा , दमकल कर्मियों ने जान पर खेलकर कौवे को बचाया
चाइनीज मांझे से अक्सर पक्षी होते है घायल, अगस्त में घायल पक्षियों की तादाद बढती है कई गुना
AA News
दिल्ली के बुराड़ी मैन रोड के पास संत नगर में सफेदे के ऊँचे पेड़ की छोटी पर एक कौवा पतंग के मांझे में उलझकर तड़फ रहा था .. राहगीरों और स्थानीय निवासियों ने दमकल विभाग को कॉल की .. जहागिरपुरी दमकल केंद्र से दमकल के टीम आई और दमकल विभाग का जवान शक्ति सिंह अपनी जान पर खेलकर सफेदे के पेड़ पर चढने लगा और तने से उपर जाकर पेड़ कई पतली टहनियों में बंटा था वहा उन पतली टहनियों पर भी ये जवान शक्ति सिंह अपनी जान की प्रवाह किये बैगर चढ़ गया और कौवे को आखिरकार बचा लिया .. जैसे ही कौवे के शरीर से लिपटे धागों को हटाया तो कौवा पेड़ के उपर से ही उड़ान भर गया और जान बच गई . टीम के अधिकारी हरी प्रकाश ने बताया की उन्हें जहागिरपुरी स्टेशन पर पक्षी के पेड़ में फंसे होने की कॉल मिली थी हम यहा आये और इस पक्षी को बचा लिया .. काफी उंचाई और हमारे जवानों के लिए रिस्की था .. स्थानीय निवासी और चश्मदीद सुरेश ने दमकल के इस कार्य की तारीफ़ की ..
अब ये भी ध्यान देने की जरूरत है की हर साल अगस्त में पतंगबाजी के बाद बड़ी संख्या में घायल पक्षी मिलते है .. पक्षियों के अस्पतालों में घायल पक्षियों की संख्या काफी बढ़ जाती है .. ये पक्षी पतंग के मांझे में उलझकर घायल होते है .. खासकर प्लास्टिक / नाइलोन के चाइनीज मांजे में उलझकर ज्यादा पक्षी घायल होते है जरूरत है ऐसे मांझे से बचे .. पिछले साल दिल्ली में चाइनीज मांझे से गर्दन कट जाने से दो अलग अलग घटनाए हुई थी जिनमे बच्चो की मौत हुई थी .. जरूरत है अपने साथ साथ दुसरो की जान की भिब प्रवाह करें और चाइनीज मांझे के प्रयोग से बचे जिसे कोर्ट ने भी प्रतिबंधित किया है ..