दिल्ली में छठ पूजा के बाद यमुना हुई कई गुना दूषित । छठ पूजा के बाद दूसरे दिन भी यमुना किनारे कूड़े के ढेर , प्लास्टिक के गिलास , बोतल और काफी पूजा सामग्री , पुराने कपड़े , चप्पल सभी के ढेर लगे हैं । यमुना में बहकर ये कूड़ा तैर रहा है पर दिल्ली नगर निगम हो या दिल्ली सरकार यहां सफाई के लिए कोई नही पहुंचा है ।
ये दिल्ली के बुराड़ी इलाके में यमुना किनारे जगतपुर का श्याम घाट । श्याम घाट पर भी छठ पूजा का आयोजन हुआ था और विधायक और पार्षद चक्कर लगा रहे थे सब इंतजाम करवा रहे थे । दिल्ली में यमुना किनारे भी करोड़ो रूपये की लागत से घाट बनाये जाते है cctv , बिजली , सुरक्षा, एम्बुलेंस , दवाई का छिड़काव, टेंट आदि सब इंतजाम सरकारी विभाग करते हैं । पर जब पूजा पूरी हो जाती है इसके बाद यहां बड़ी तादाद में सभी घाटो पर खाली बोतले , प्लास्टिक के कप , कपड़े और भी देखिए कितना कचरा यमुना किनारे बिखरा पड़ा है । कचरा केमिकल युक्त भी है और इस तरह के पिछले घाटों पर भी कूड़ा बिखरा है जो देखिये कैसे यमुना में तैरता हुआ आ रहा है यहां । यमुना ने देखिये कोर्ट द्वारा बैन किये प्लास्टिक के थैले कैसे तैर रहे हैं । सरकार ने यहां बोर्ड जरूर लगाएं है कि यहां कूड़ा डालना मना है । खुद सरकार के बोर्ड देखिये कैसे मनाही के बड़े बड़े सरकारी बोर्ड लगे है पर इन बोर्डो के पास सरकारी तंत्र कैसे कूड़े के ढेर छोड़ गया । यहां MCD नही पहुंचती न हो दिल्ली सरकार नजर आ रही है स्थानीय निवासी और RWA के अध्यक्ष चौधरी कुलदीप ने बताया ये पहला मौका नही है हर साल ऐसे ही होता है । स्थानीय निवासियों का कहना है वे तीन दिन इंतजार करेंगे इसके बाद आखिरकार पूरा गांव लगकर खुद यहां सफाई करेगा । स्थानीय निवसी बबलू और कुलदीप सिंह ( 2nd Kuldeep Singh ) ने बताया यहां सफाई नही होती न गांव में और पूरे गांव में शायद ही कोई घर डेंगू या दूसरे बुखार से बचा हो ।
यहां पूजा के सरकार इंतजाम करती है सब नेता घाटों पर आते है पर यहां नेताओ का लगता है छठ मइया की पूजा पर ध्यान न होकर पूजा करने वालो के वोट बैंक पर होता है क्योंकि यदि इनका ध्यान पूजा पर होता तो पूजा तो यमुना मइया की भी होती है क्यो नही ये नेता और सरकारी तंत्र के लोग यमुना मइया को दूषित होने से बचाते ।