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Mangolpuri New Delhi
रिपोर्ट : अनिल कुमार अत्री
वीडियो में खुद मरीज से अनुभव सुनिए
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दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल ने मध्यप्रदेश में कार हादसे में गम्भीर घायल दम्पति को दिया नया जीवन। कई जगह से हड्डियां चकनाचूर होने के बाद दिल्ली के इस अस्पताल ने इनकी सर्जरी कर सभी हड्डियों को जोड़ा।
अपनी तरह का बहुत ही रेयर ऑपरेशन था जिसमें मंगोलपुरी के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ने सफलता हासिल की। अब ये दंपत्ति संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के पूरे स्टाफ का शुक्रिया कर रहे हैं । इनका भरोसा दिल्ली के सरकारी अस्पतालों पर बढ़ गया है। 4 जून को अस्पताल में भर्ती हुए दंपति को आज 9 जून को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जो खुद से उठने बैठने लगे हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के गुना के पास एक कार का एक्सीडेंट हो गया था कार में तीन दंपत्ति परिवार सवार थे जो महाकालेश्वर के दर्शन के बाद रात को घर की तरफ लौट रहे थे। उसी दौरान अचानक कार का संतुलन बिगड़ गया और करीब एक मंजिल की ऊंचाई तक कार चढ़ गई जिसमें एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई और गाड़ी में छह बड़ों के अलावा दो बच्चे भी सवार थे घायलों को पास के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें दिल्ली के किसी जानकार के माध्यम से दिल्ली के सरकारी अस्पताल संजय गांधी मेमोरियल के डॉक्टर जितेंद्र सिंह के बारे में सुना । इस तरह के कई ऑपरेशन डॉ जितेंद्र सिंह पहले भी कर चुके हैं क्योंकि पलक सहगल और उनके पति अंकुर सहगल दोनों ने इलाज के लिए दिल्ली के इस अस्पताल में इच्छा जताई और फोन पर उनके जानकारों ने डॉक्टर जितेंद्र सिंह से संपर्क किया। डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने उनकी रिपोर्ट देखी जिनमें उनके शरीर के कंधे और पांव की हड्डियां चकनाचूर हो चुकी थी कई हिस्सों में टूट चुकी थी साथ में उनको छाती में भी चोट आई थी। इस तरह से शरीर की इतनी चकनाचूर हुई हड्डियों को दोबारा से जोड़ना और सही करना एक बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती को संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने स्वीकार किया और दोनों मरीजों को मध्य प्रदेश से दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में लाया गया। यहां इन्हें 4 जून को भर्ती किया गया और यहां आने के बाद डॉक्टर जितेंद्र ने बताया कि उनके पास 5 घंटे थे जिसमें सभी हड्डियों को जोड़ना था उसके बाद मरीज को होश आना था। उन पांच घंटों में डॉक्टर्स की टीम ने भगवान का शुक्रिया करते हुए कहा कि उनके माध्यम से सभी ऑपरेशन 5 घंटे में हो गए और अंतिम क्षण कि 5 मिनट में उनके एक हाथ की हड्डी का ऑपरेशन बाकी था वह भी 5 मिनट के अंदर सक्सेस हो गया।
अब यह सहगल परिवार दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर के साथ साथ पूरे स्टाफ का शुक्रिया कर रहा है । इनका कहना है कि इन की पूरी केयर की गई और 5 दिन में ही उठकर बैठने के लायक बना दिया और सभी ऑपरेशन पूरी तरह सक्सेस रहे और वह भी एक सरकारी अस्पताल में साथ ही दूसरे स्टाफ ने भी पूरा सहयोग किया। इनका कहना है इनकी बहुत ज्यादा केयर की और अस्पताल की व्यवस्था देखकर यह बार-बार इस अस्पताल का शुक्रिया कर रहे हैं।
आज 9 जून को इन्हें संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और अब इनका पूरा परिवार और साथ ही आसपास के लोग भी संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर का शुक्रिया कर रहे हैं ।