दिल्ली:- (अनीता गुलेरिया) साउथ वेस्ट दिल्ली के पास के इलाके श्याम-विहार कॉलोनी,फेस-2,गली नंबर 17 नियर माता मंदिर पर, बाल दिवस के मौके पर ड्रीम लाइफ ऑनलाइन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विमलता फाउंडेशन में पढ़ने वाले गरीब बच्चों और कॉलोनी के बच्चों द्वारा आज रोड पर व कॉलोनी के अंदर पेड़ लगाए गए |
बच्चों ने पेड़ों की महत्वता पर कई तरह की कविताएं गाकर सबको मधुर-मुग्ध कर दिया | ” आओ हम मिलकर कुछ पेड़ लगा ले, और ख़ुद को स्वस्थ बना रोगमुक्त बना ले, दवाई ना खाकर कुछ ताजी स्वच्छ हवा खा ले, इसलिए आगे कदम बढाकर आओ हम मिलकर कुछ पेड़ लगा ले” इस कविता को काफी पसंद किया गया | और दिल्ली के अंदर फैली जहरीली हवा से प्रदूषण पर बात करते हुए अनीता गुलेरिया ने कहा ,सिर्फ सड़क पर झाड़ू देने से हम दिल्ली को शुद्ध नहीं कर सकते | इसलिए आज बाल-दिवस के मौके पर हम अपने पूरे दिल्ली निवासियों से यह अपील करते हैं | आओ आगे बढ़कर प्रदूषित हुई दिल्ली को हम बचाएं , अपने और सब के स्वास्थ्य हेतु यदि हर इंसान एक एक पेड़ लगाए , तो क्यों ना प्रदूषित दिल्ली को हम हरित-दिल्ली बना जाए | समाज सेविका अनुराधा ने अपने विचार रखते हुए कहा आए हम दिल्ली निवासी अपने आस-पास के इलाको मे ही पेड लगाना शुरू करे | अन्धकारमयी हुई दिल्ली को एक उज्ज्वल दिल्ली बनाकर अपना और अपनी आने वाली पीढी को स्वास्थ्य प्रदान कर उनका उज्जवल भविष्य बनाकर अपनी प्यारी,महानत्व दिल्ली को खत्म होने से बचाए | अनीता शर्मा के अनुसार हम दिल्ली-वासी दिल्ली के प्रति अपना कुछ तो फर्ज निभाएं ,तो क्यो न हम पेड़ लगाकर अपने आप को बचाएं | और देश की राजधानी मे पेड़ लगाकर हम एक हरित-क्रांति लाएं | बुरी तरह से प्रदूषित हुई दिल्ली, हरित-दिल्ली के नाम से जानी जाए | यह पहल हम दिल्ली वासियों को ही करनी पड़ेगी | और नेहरु जी के सपनों को हम लोगों को ही साकार करना होगा |
आयुर्वेद संस्थान प्रमुख डॉ आदित्य तिवारी के अनुसार हम चाहे कितना ही अच्छा रहे अच्छे कपड़े पहने उससे कोई ज्यादा फर्क नही पड़ता । फर्क इससे पड़ता है कि हम हवा कितनी शुद्ध सांस से ले रहे हैं । फाउंडेशन में एकत्रित समाजसेवियों में अनुराधा , सोनू , परवीन जैन , शीतल , भावना , प्रीति समेत बड़ी संख्या में बड़े और बच्चे भी शामिल थे ।