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Delhi
चाइनीज मांझे से दिल्ली में काफी दुर्घटनाएं हो चुकी है जिसमे कई जान तक गई हैं । साथी सैकड़ो पक्षियों की मौत इस चाइनीज मांझे में उलझकर हर साल होती है जो मानव क्षति के साथ साथ पर्यावरण के भी प्रतिकूल है। योगेंद्र कुमार मांड पशु कल्याण अधिकारी ( पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार ) ने आज बताया कि चाइनीज मांजे के खिलाफ जिस मुहिम की शुरुआत हमने 7/7/2017 को टैगोर गार्डन स्कूल से शुरू की थी उसी को आगे बढ़ाते हुए हमने आज यानी 6/8/2017 को एक मार्च का आयोजन किया जिसमे बहुत सारे बच्चों एवं बड़ो ने भाग लिया, यह मार्च रघुबीर नगर के ख्याला पुलिस स्टेशन से होकर लगभग पूरे रघुबीर नगर से गुजारी गई, इससे हमारा मकसद शांतिपूर्वक ढंग से लोगों को चाइनीज मांझे के दुष्प्रभाव से अवगत कराना था जिसके हमें आश्चर्यजनक परिणाम मिले, इसमें इलाके के और बाहर से आए हुए कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की ” इसमें योगेन्द्र कुमार ने लोगो को संबोधित करके हुआ बताया कि पिछली बार 15 अगस्त पर चाइनीस मंझे से 4 लोगो की मौत और अनेकों लोग घायल हुए थे , ओर लगभग 500 पक्षिओं भी घायल हुए और लगभग 200 पक्षियों की मौत भी हुई यह एक किलर मांझा है इसका प्रयोग न करे ” मार्च की समाप्ति से पहले हमने लोगों को एवं बच्चों को इस खतरनाक मांजे से होने वाले नुकसानों के बारे में अवगत कराया साथ ही साथ बच्चों ने शपथ भी ली कि आगे से कभी भी प्लास्टिक या चाइनीज मांजे का इस्तेमाल कभी नहीं करेंगे।
हर बार की तरह मेरे साथ मेरी टीम के प्रहरी श्री बी के पांण्डेय, श्री इंदर सोनी, श्री कुलदीप मोरे, श्री गुरु चरण सिंह, श्री कमल कांत मिश्रा, श्री बलबीर सिंह और श्री सुनील कुमार वाल्मीकि मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस जागरुकता अभियान या द्वंद में मेरे साथ रहे। ध्यान रहे की चाइनीज मांझे का क्रय-विक्रय और इसका इस्तेमाल करना दंडनीय अपराध है बस इसी जानकारी को जन-जन तक पहुंचाना है