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DELHI
REPORT – KULDEEP KUMAR
दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर के भाव अचानक काफी तेजी से बढ़े । आजादपुर मंडी में टमाटर का थोक भाव ₹8 प्रति किलो बढ़ गया। आजादपुर मंडी में आज थोक में टमाटर का भाव ₹32 किलो हो गया जो दूसरी मंडियों में जाकर ₹35 किलो थोक के भाव में बिक रहा है।
भाव मानसून में हर साल बढ़ते है पर इस साल कारण कई है। आजादपुर मंडी के टमाटर कारोबारियों का कहना है कि भाव बढ़ने का कारण आवक का कम होना है। व्यापारियों ने बताया कि इन दिनों में अधिकतर आवक हिमाचल प्रदेश से होती थी। हिमाचल प्रदेश में सीमाएं सील की गई है और व्यापारी हिमाचल प्रदेश नहीं जा रहे हैं यदि कोई व्यापारी दिल्ली से हिमाचल प्रदेश जाता है तो उसे 15 दिन कोरेण्टाईन में रहना पड़ता है इसलिए टमाटर का कारोबार हिमाचल प्रदेश से बिल्कुल कम पड़ गया है इसी वजह से टमाटर के भाव अचानक से बढ़ गए हैं ।
अब देखने वाली बात होगी कि किसी ऑनलाइन माध्यम से सरकार समाधान निकालती है या नहीं। वरना बढ़ते हुए टमाटर के भाव के कारण लोगों की सब्जी से टमाटर का जायका बिल्कुल कम हो जाएगा।अगले कुछ दिनों में बेंगलोर व महाराष्ट्र से टमाटर शुरू होगा तब जाकर भाव मे राहत मिलने की आश है।
भारतीय किसान यूनियन ने किया APMC कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन
आजादपुर मंडी में APMC कार्यालय के सामने भारतीय किसान यूनियन ने किया प्रोटेस्ट। आलू के सैड नंबर 14 को आधा किए जाने का कर रहे हैं विरोध। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए आजादपुर मंडी के APMC कार्यालय के सामने एकत्रित हुए और यहां पर मंडी चेयरमैन के खिलाफ नारेबाजी की।
इनका कहना है कि आलू के सैड नंबर 14 में जगह को आधा कर दिया गया है जिसमें किसानों को भी दिक्कत हो गई और व्यापारियों को भी। सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो पाएगा किसानों को जब सामान रखने के लिए ही जगह नहीं होगी तो सोशल डिस्टेंस का पालन कहां से होगा।
आलू का शैड जो पहले था उसमें किसानों का सामान आ जाता था और वह सोशल डिस्टेंस के हिसाब से खड़े भी होते थे और अपना काम करते थे लेकिन सैड आधा किए जाने के बाद उस पूरे शैड का काम उस आधे हिस्से पर आ गया है। इस कारण वहां पर भीड़ भी होगी सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन होगा और इन्हें कोरोना की बीमारी का डर है इसलिए इन लोगों ने एपीएमसी कार्यालय के सामने जाकर नारेबाजी की।
एपीएमसी कार्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने गेट बंद कर दिए गए और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो यह लोग कार्यालय के सामने बैठकर ही नारेबाजी करने लगे । अब देखने वाली बात होगी कि इनकी बात से मंडी प्रशासन सहमत होकर फिर से पूरा सैड इन्हें प्रदान करती है या नहीं।