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Swarup Vihar Burari
स्वरूप विहार में दहशत
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बुराड़ी खसरा नम्बर 1309 का बड़ा विवाद
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अनिल अत्तरी ।
नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के नत्थूपुरा के पास स्वरूप विहार कॉलोनी के 100 से ज्यादा घरों के डेमोलेशन के नोटिस SDM द्वारा चिपकवाए गए । इन लोगों को 29 जून तक का टाइम मकानों को हटाने के लिए दिया गया है उसके बाद होगा डेमोलेशन। खास बात यह है कि ये मकान 1980 से 1990 के बीच के दौरान के भी बने हुए हैं और कॉलोनी का 95% से ज्यादा हिस्सा बस चुका है और काफी पुराना बना हुआ है । चार – चार मंजिल भी मकान बने हुए हैं।
इन लोगों को न्यायालय की तरफ से नोटिस आया है कि यह जमीन ग्राम सभा की है। फिलहाल जब इस तरह की कॉलोनी बसाई जाती है उस वक्त ने रेवेन्यू विभाग देखता नही लेकिन जब कालोनियां बस जाती है और गरीब लोग मकान बना लेते हैं और करीब 10 से 15 साल हो चुके होते हैं तब डेमोलेशन के लिए यहां तैयारियां शुरू हो जाती है और इन लोगों का आशियाना छीन लिया जाता है। जरूरत है इस तरह की अवैध कॉलोनियाँ या तो बसने से पहले रोकी जाए या कोई नियम कानून बनाकर उस दायरे में इन कालोनियों का निर्माण कराएं जिससे बाद में कोई दिक्कत न हो। फिलहाल यहां पर सैकड़ों घरों के ये डेमोलेशन के नोटिस चिपकाए गए हैं और इसके बाद दूसरे खसरा नंबर पर यह कार्रवाई आगे बढ़ेगी जिससे पूरे एरिया में दहशत का माहौल है।
दिल्ली में जो कालोनियां बसी है उनमें कई तरह की ग्राम सभा होती है और कई जगह ग्राम सभा की जमीन को भू माफिया बेचकर गायब हो चुके है। अब कोर्ट का आदेश है कि दिल्ली में ग्राम सभा की जमीन पूरी दिल्ली में खाली करवाई जाए। अब दिल्ली में जगह जगह ग्राम सभा की जमीन पर बसे हजारो लोगो मे दहशत का माहौल है। अब जिसका भी मकान ग्राम सभा की जमीन में है उन्हें शायद ही चैन की नींद आएगी। ये है दिल्ली के स्वरूप नगर थाना एरिया की स्वरूप विहार कॉलोनी यहां एसडीएम के नोटिस के बाद आशियाना छीन जाने का मंडरा रहा खतरा। बुराड़ी विधानसभा की इस कालोनी स्वरूप विहार में बने मकानों को खाली करने का निर्देश दिया गया है ।
अलीपुर एसडीएम के नोटिस के बाद बुराड़ी इलाके के स्वरूप विहार कालोनी में रहने वाले लोगों के सिर से आशियाना छीन जाने का संकट मंडराने लगा है और सैकड़ो लोग मायुष है। नोटिस के अनुसार लोगों को 15 दिनों के अंदर खसरा नंबर 1309 के कुल रकवा 4 बीघा 16 विस्वा पर बने मकानों को खाली करने का निर्देश दिया गया है। नोटिस की यह अवधि 30 जून को समाप्त होेने वाली है। नोटिस में उक्त खसरा नंबर को ग्राम सभा की जमीन बताई गई है और इस पर बने निर्माण को हटाकर जमीन को खाली करने को कहा गया है, जिससे राजस्व विभाग इस जमीन को कब्जे में ले सके। ऐसे में स्वरूप विहार के लोगों के सामने मुश्किल हालात खड़े हो गए हैं और उन्हें बेघर होने का डर सताने लगा है। स्वरूप विहार में मौजूदा समय करीब छह हजार मतदाता हैं। इस लिहाज से देखें तो कालोनी में करीब दस हजार की आबादी रहती हैं। लोगों ने यहां 1986 से 1990 के बीच स्थानीय भूधर से प्लाट खरीदा था और वर्तमान समय में यहां डेढ़ सौ से दो सौ मकान बने हुए हैं। इनमें कई मकान तो चार मंजिल के हैं।
यहां सरकार की ओर से बिजली, पानी, सड़क समेत अन्य सुविधाएं भी सालों पूर्व बहाल की जा चुकी हैं। लेकिन 15 दिन पूर्व ही पूरी कालोनी में लोगों के मकानों, सार्वजनिक जगहों आदि पर अलीपुर एसडीएम व तहसीलदार की ओर से कालोनी की जमीन को ग्राम सभा करार देते हुए नोटिस चिपका दिए गए हैं। नोटिस की मियाद जैसे जैसे नजदीक आ रही है, लोगों की बैचेनी भी बढ़ती जा रही है। कालोनी के लोग क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से मिलकर समस्या के समाधान की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवा अब तक कुछ नहीं मिला है।
लोगो का कहना है कि कालोनी को शीला दीक्षित के कार्य काल में सरकार की ओर से प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है। कालोनी का नक्शा भी पास हो चुका है। लेकिन अब जमीन को ग्राम सभा की बताकर लोगों को घरों को खाली करने को कह दिया गया है।
एसडीएम के नोटिस के विरोध में स्थानीय आरडब्ल्यूए अब सक्षम न्यायालय में जाने की तैयारी कर रहे हैं। ताकि लोगों के आशियाने को सुरक्षित बचाया जा सके। लोगों के सामने कोर्ट में जाने के सिवा अब कोई चारा नहीं बचा है। कालोनी के मकानों को तोड़ा गया तो इसका हर कीमत पर विरोध भी लोग करेंगे ।
अनिल अत्री दिल्ली ।
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