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नई दिल्ली (नरेला)
दिल्ली में लगातार हो रही सीलिंग के विरोध में आज नरेला में सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद करके नरेला नगर निगम के कार्यालय के सामने प्रोटेस्ट किया। नरेला जोन निगम कार्यालय के सामने इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीनों पार्टियों के नेता पहुंचे। कहीं न कहीं साफ है जिन 20 विधानसभाओं में चुनाव होने हैं उनमें नरेला भी है इसलिए किसी भी पार्टी ने व्यापारियों के वोट बैंक को देखते हुए यहां आकर समर्थन किया। सीलिंग के खिलाफ व्यापारियों के साथ तीनों पार्टियों के नेता मंच पर आये और व्यापारियों का साथ देने लगे।
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यह है नरेला नगर निगम जोन का कार्यालय। इसके आगे मंच लगाकर प्रोटेस्ट किया जा रहा है इसका आयोजन नरेला के दुकानदारों ने किया था। दरअसल दिल्ली में कनवर्जन चार्ज को लेकर लगातार दुकानों की सीलिंग जारी है इसी सीलिंग का विरोध करने के लिए सभी व्यापारियों ने आज सोमवार के दिन बाजारों को बंद करके निगम कार्यालय के सामने प्रोटेस्ट की योजना बनाई थी अपनी दुकानों को बंद करके व्यापारी यहां पहुंचे । व्यापारियों का कहना है कि अचानक से इस तरह के निर्णय रोजगार को बंद करने वाले हैं और निराधार है। कम से कम व्यापारियों को दुकानदारों को कुछ वक्त दिया जाना चाहिए यदि उस वक्त में कोई कन्वर्जन चार्ज जमा नहीं करवाता है तो उसके बाद सीलिंग कर सकते हैं। लेकिन अचानक से इस तरह आकर सीलिंग करना बिल्कुल गलत है और कुछ व्यापारियों का तो यहां तक कहना है कि नरेला जिस जोन में आता है उसके लिए नरेला में कनवर्जन चार्ज शुल्क लिया भी नहीं जा सकता उसके बावजूद भी यहां दुकानों को सील किया जा रहा है। इसी के विरोध में सैकड़ों व्यापारी आज अपनी दुकान और कारोबार बंद करके निगम कार्यालय पर प्रोटेस्ट के लिए आए हैं। कई घंटे तक लगातार निगम कार्यालय के सामने सीलिंग के खिलाफ नारेबाजी होती रही ।
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साथ ही नरेला में उपचुनाव होने की भी पूरी संभावना है क्योंकि यहां के विधायक की सदस्यता भी खत्म हुई है इसलिए यहां राजनीतिक दल भी पीछे कैसे रहते दरअसल बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीनों पार्टियों के स्थानीय नेता विधानसभा में पूर्व प्रत्याशी रहे, पूर्व विधायक, निगम पार्षद सभी व्यापारियों के साथ इस प्रोटेस्ट में पहुंच गए और सीलिंग का विरोध करने लगे कहीं ना कहीं इन नेताओं का सीलिंग का विरोध करना अपनी राजनीतिक मौजूदगी दर्ज करवाना है। फिलहाल देखने वाली बात होगी कि दिल्ली में 20 सीटों पर उपचुनाव नजदीक है उस के मद्देनजर यह सीलिंग जारी रहती है या यहां कोई बीच का रास्ता राजनीतिक पार्टियां निकालकर सीलिंग को एक बार रोक पाएगी।
फिलहाल दिल्ली के नरेला में ही नहीं बल्कि पूरे दिल्ली में जगह-जगह सीलिंग का विरोध जारी है और व्यापारियों के संगठनों ने 2 और 3 फरवरी को पूरी दिल्ली की दुकानें बंद रखने का ऐलान पहले ही कर रखा है इसलिए जरूरत है नगर निगम इसमें कोई व्यापारियों के लिए राहत का रास्ता निकाले लेकिन अभी तक कोई राहत का रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है।