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Narela
दिल्ली में भैयादूज के मौके पर लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है..जहां निर्माणाधीन इमारत की सेप्टिक टैंक में गिरने से मासूम की मौत हो गई.. पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है
रोहिणी जिले के सीनियर ऑफिसर के मुताबिक सुबह तक़रीबन 11 बजे नरेला पुलिस स्टेशन को कॉल मिली की एक ढाई साल के बच्चे की सेप्टिक टैंक में डूबने से मौत हो गई.. पुलिस ने बताया की भैयादूज के मौके पर शंकर भगत का परिवार संजय कॉलोनी गली नम्बर पांच में रहता है..परिवार में शंकर की पत्नी और उसके दो बच्चे हैं..जिसमे बेटे धुरुव को मां ने भैयादूज त्यौहार के लिए बेटे को नहलाकर तैयार किया और छोटी बेटी को नहलाने की तैयारी कर रही थी..तभी ढाई साल का धुरुव खेलता-खेलता पास में बने निर्माणाधीन इमारत तक पहुंच गया..जब मां टिके के लिए धुरुव को तलाशने लगी तो वो नहीं मिला..फिर उसके बाद पड़ोस के सब ढूंढने लगे..
धुरुव के पिता भी काम पर से वापिस आ गए..उसके बाद काफी देर तक जब नहीं मिला तो परिवार ने निर्माणधीन इमारत के पास जाकर देखा तो वहां एक सेप्टिक टैंक खुला पड़ा था और धुरुव पानी में फूलकर ऊपर आ गया..उसे आनन-फानन में बाहर निकाला गया..पास के अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया..
पुलिस ने बताया की मृतक धुरुव के पिता शंकर भगत मजदूरी का काम करते हैं..परिवार में एक छोटी बेटी है..बन रही इमारत जगमल नाम के शख्स की है..जिसने लापरवाही के चलते सेप्टिक टैंक पर ढक्कन नहीं लगाया हुआ था..और तक़रीबन 8 फिट गहरा बनाया गया था..पुलिस ने लापरवाही की धाराओं में मुदकमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ढाई साल के मासूम की मौत के बाद परिवार में मातम पसरा है..परिवार को इंतजार था की ये धुरुव और उसकी बहन का पहला भैयादूज था..जिसको लेकर परिवार ने पूरी तैयारी की हुई थी..लेकिन लापरवाही ने परिवार के अरमानों पर पानी फिर गया..