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Narela Bhorgadh Indestrial Area
दिल्ली के नरेला में भोरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया की कई फैक्ट्रियों में हड़ताल। एक फैक्ट्री की मशीन में साड़ी उलझकर महिला मजदूर की दो दिन पहले हो गई थी दर्दनाक मौत। महिला की मशीन के कटर के नीचे गर्दन और धड़ हो गई थी अलग-अलग। मजदूरों का कहना महिला को मिले इंसाफ दुर्घटना नहीं हत्या का मामला फैक्ट्री मालिक के खिलाफ हो दर्ज . इसी मुद्दे को लेकर नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में एकजुट हुए मजदूर संगठन।
दिल्ली के नरेला की एक फैक्ट्री में काम करने वाली शांति देवी की दर्दनाक मौत हुई थी दो दिन पहले। शांति पिछले 3 साल से इस फैक्टरी में काम कर रही थी फैक्ट्री में प्लास्टिक दाना बनाया जाता है। इस फैक्ट्री में जिस मशीन पर वह काम कर रही थी उसमें महिला की साड़ी उलझ गई जिसके चलते ग्रेंडर के नीचे महिला का सिर धड़ से कट कर अलग हो गया। नरेला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। अब परिजनों और मजदूर यूनियनों ने आज नरेला में विरोध जताया और साथ ही मजदूर यूनियनों ने फैक्ट्रियों में हड़ताल की घोषणा की इनका कहना है कि सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर फैक्ट्रियों में काम करवाया जाता है।
खतरनाक मशीनों के बीच में साड़ी पहनकर महिला से बिना वर्दी के काम करवाना और जिस वजह से मशीन में उलझकर उनकी मौत हो गई साथ ही मशीन के चारों तरफ किसी भी तरह की सेफ्टी नहीं लगाई गई थी। मशीन इतनी खुली थी कि एक महिला की गर्दन ही कटकर धड़ से अलग हो गई। अब इनकी मांग है कि इस मामले में मामला दुर्घटना का दर्ज न होकर बल्कि हत्या का दर्ज होना चाहिए क्योंकि फैक्ट्री मालिक की बड़ी लापरवाही है।
कहीं ना कहीं इस तरह से फैक्ट्रियों में लापरवाहियों का मजदूर शिकार होते रहते हैं। बवाना पटाखा फैक्ट्री में जिस तरह से 17 लोगों की मौत हो गई उसके बावजूद भी फैक्ट्री चलाने वाले मजदूरों के लिए किसी भी तरह की सुरक्षा का इंतजाम नहीं करते।
फिलहाल इस मामले में नरेला थाना पुलिस जांच में जुटी है और देखने वाली बात होगी कि परिजनों की मांग पर वह हत्या का मुकदमा दर्ज करती है या यह एक मशीन में हुई दुर्घटना ही होकर रहती है ।
हादसे से जुड़ी इस खबर का वीडियो देखें
https://youtu.be/V1JLdZapzXQ
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