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Nangloi
दिल्ली के नांगलोई मेट्रो स्टेशन पर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रत्याशी डॉक्टर नरेश के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा हुए साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। इनकी मांग है कि बहादुरगढ़- मुंडका मेट्रो लाइन को पिंक लाइन मुकुंदपुर से आश्रम जाने वाली लाइन को पंजाबी बाग में जोड़ा जाए। इस मेट्रो के फेस का निर्माण जब शुरू किया गया था तो उसके प्लान में इस लाइन को पंजाबी बाग में पिंक लाइन मेट्रो से भी जोड़ा गया था।
लेकिन अब उद्घाटन हुआ और मेट्रो भी चलने लगी लेकिन इसे पिंक लाइन से नहीं जोड़ा गया है। इसी मुद्दे को लेकर यह सिग्नेचर अभियान शुरू किया गया है।
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सुबह से दोपहर तक लगातार के सिग्नेचर अभियान चलता रहा जिसमें मेट्रो के यात्रियों का भी पूरा सहयोग मिला। सभी यात्रियों की भी इच्छा थी कि इस लाइन को पिंक लाइन से जोड़ा जाए और साथ ही इस अभियान को जारी रखने की बात कही।
अब कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर गांव-गांव जाएगी और इस बात का प्रचार करेगी और इस मुद्दे को उठाएगी साथ ही मेट्रो चेयरमैन मंगू सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्र सरकार को कांग्रेस अब इस मुद्दे पर पत्राचार कर रही है और मांग कर रही है कि बहादुरगढ़ मुंडका मेट्रो को पिंक लाइन मेट्रो से जोड़ा जाए। अब देखने वाली बात होगी कि दिल्ली मेट्रो इस मुद्दे पर कितना गौर करती है।
सुदीक्षा को क्यो बनाया गया सतगुरु
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Nirankari
सुदीक्षा सविंदर हरदेव सिंह बनी अब संत निरंकारी मिशन की नई मुखिया । मिश्कन की मुखिया बनने के बाद उन पर होगी नई जिम्मेदारियां । मई 2016 को कनाडा में निरंकारी बाबा हरदेव सिंह की कनाडा में सैडक दुर्घटना में मौत हो गई थी । उसी सैडक हादसे में सुदीक्षा के पति की भी मौत हो गई थी । उसके बाद मिशन की गद्दी ओर जिम्मेदारियां हरदेव सिंह की पत्नी सविंदर हरदेव सिंह को मिली । दो साल तक मिशन की गद्दी संभालने के बाद 16 जुलाई 2018 को सविंदर हरदेव सिंह ने औपचारिक घोषणा की कि अब मिशन की गद्दी छोटी बेटी सुदीक्षा को दी जाएगी ।
17 जुलाई 2018 को निरंकारी मिशन ने बुराड़ी ग्राउंड में औपचारिक घोषणा ओर अमलीजामा पहनाया । जिसमे हज़ारो भक्त शामिल हुए । सुदीक्षा को तिलक लगाकर गले मे सफेद रंग का पटका पहनाया गया और मिशन की नई मुखिया बनते ही सुदीक्षा कि आंखों में आंसू छलक गए । सुदीक्षा और सविंदर हरदेव सिंह समेत पूरे निरंकारी मिशन इस क्षण का गवाह बना और सभी भावुक होकर रोने लगे ।
एक साल पहले ही सुदीक्षा सविंदर हरदेव सिंह की तीसरी शादी यमुना नगर में रहने वाले तनेजा परिवार में हुई थी । शादि के बाद से सुदीक्षा अपने परिवार के साथ दिल्ली के अशोक विहार में रह रही थी । अब मिशन की जिम्मेदारियां मिलने के बाद निरंकारी कालोनी स्तिथ बाबा की कोठी ( मिशन के हेडक्वाटर ) में रहकर देश विदेश में फैले अपने को चलाएगी ।
निरंकारी मिशन के प्रेस इंचार्ज कृपा सागर ने बताया कि मिशन में नही मिली दोनो बड़ी बहनों को कोई जगह । सुदीक्षा सविंदर हरदेव सिंह के मिशन की मुखिया बनने के बाद बड़ी दोनों बहनों की फिलहाल को जगह नही मिली है । सुदीक्षा का जन्म 13 अप्रैल 1985 को दिल्ली में हुआ और 2006 में एमिटी यूनिवर्सिटी से मोनो चिकित्सा में स्नातक करने के बाद 2010 मिशन के लिए विदेश का काम देखने लगी । पहले भी सुदीक्षा को साल 2016 मे पिता की मौत के बाद गद्दी मिलने की पूरी संभावना थी । लेकिन आंतरिक वजहों से उस समय नही मिल सकी। दो साल तक बीमार मां की सेवा करने, सबसे छोटी और अपने माता पिता की लाडली बेटी होने के कारण छोटी उम्र में बड़ी जिम्मेदारी मिली ।