मैक्स हॉस्पिटल के आगे पीड़ित परिवार का धरना चौथे दिन भी जारी रहा : मैक्स हॉस्पिटल ने कहा कल तक जांच पूरी होने की सम्भावना
हॉस्पिटल का आज का जवाब ज्यो का त्यों इस पोस्ट में सबसे नीचे है —
AA News
नसीम अहमद व दुष्यंत कुमार
दिल्ली के नामी मैक्स हॉस्पिटल में ज़िंदा बच्चे को मृत बताकर पार्सल में पैक करके देने के मामले में आज चौथे दिन भी पीड़ित परिवार मैक्स हॉस्पिटल के सामने सडक किनारे धरने पर बैठा रहा. इस परिवार की मांग है की FIR में दोषी डॉक्टर के नाम नही लिखे गये दो डॉक्टर्स ने बच्चे को मृत बताकर पैक करवाया और घंटो बाद जब बच्चे को शमशान घाट ले जाने लगे तब बच्चा ज़िंदा मिला इस मामले में पीड़ित परिवार दोनों डॉक्टर्स के नाम भी FIR में चाहता है ताकि आगे किसी दुसरे बच्चे के साथ इस तरह की नाइंसाफी न हो. MAX Hospital ने परिवार को मनाने और लालच में लेने की काफी कोशिश की पर परिवार का कहना है इतनी बड़ी लापरवाही हुई उसकी सजा मिले ताकि दुसरे अस्पताल भी इससे सबक ले. जिस नवजात बच्चे को इन डॉक्टर्स ने डेड घोषित करके पार्सल में पैक करके उसके उपर टेप कागज लपेटकर और पूरा ब्यौरा डेड बॉडी पर लिखकर दिया था वो बच्चा आज भी दुसरे अस्पताल पीतमपुरा के अग्रवाल अस्पताल में भर्ती है और जिन्दा है इससे बड़ी लापरवाही क्या हो सकती है. यदि बच्चे के नाना को कुछ हलचल बच्चे के शरीर से मह्सुश नही होती तो बच्चा ज़िंदा ही जमीन में दफन हो जाता क्योकि देश नामी अस्पताल ने डेड घोषित किया था. लेकिन अभी तक मेडिकल एसोशियेशन की सिफारिश पर सिर्फ FIR हुई है लेकिन आरोपी डॉक्टर्स की गिरफ्तारी न होने से परिजन ही नही बल्कि पूरा देश रोष में है.
डबल ए न्यूज़ – फिलहाल इंडियन मेडिकल एशोसियेशन इस मामले की जांच कर रही है और दिल्ली सरकार का कहना है कि यदि जांच में अस्पताल दोषी पाया गया तो MAX Hospital का लाइसेंस रद्द किया जाएगा. अब कुछ संगठन भी हर रोज MAX Hospital के आगे पीड़ित परिवार के समर्थन में आने लगे है और नवजात बच्चे के लिए इन्साफ मांग रहे है. आज शुक्रवार शाम को सांसद पप्पू यादव की पार्टी के लोग और दिल्ली से आम आदमी पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी आये और MAX Hospital के आगे नारेबाजी की और न्याय की मांग की . आम आदमी पार्टी के जिला पदाधिकारी बृजमोहन ने कहा की दिल्ली सरकार ने जांच में दोषी पाते ही लाइसेस रद्द के आदेश दे दिए है साथ ही दूसरी पार्टियों के पदाधिकारियों ने कहा चाहे दिल्ली सरकार हो या उपराज्यपाल वे सभी के यहाँ धरने देंगे यदि जल्दी जांच होकर कारवाई नही हुई तो.
“मैक्स हेल्थकेयर द्वारा निर्धारित परिस्थितियों और प्रोटोकॉल की जांच करने के लिए विशेषज्ञ समूह ने जुड़वां जुड़ने के समय के प्रसव (23 सप्ताह / 5 महीने) के बारे में और मैक्स हॉस्पिटल में मौत की घोषणा के बाद, शालीमार बाग उनकी विस्तृत जांच पूरी करने के लिए तेजी से काम कर रही है। एथिक कमेटी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ। अरुण अग्रवाल और संयुक्त सचिव आईएमए डॉ। रमेश दत्ता समूह में बाहरी विशेषज्ञों के रूप में शामिल किए गए हैं । जांच कल, 4 दिसंबर तक समाप्त होने की उम्मीद है और उसके बाद निष्कर्षों को साझा करने की उम्मीद है।
पीड़ित परिवार धरने पर है और रात में भी परिवार के महिला और पुरुष धरने पर रहेंगे
होस्पिटल के आज का पक्ष —
Max Healthcare authorities said
“The expert group set up by Max Healthcare to investigate the circumstances and protocols followed regarding the premature delivery (23 weeks/5 months) of twins and subsequent declaration of death at Max Hospital, Shalimar Bagh is working swiftly towards concluding their detailed investigations. Dr Arun Agarwal, Chairman, Ethic Committee Indian Medical Association (IMA) and Dr Ramesh Datta, Joint Secretary, IMA have been included as external experts in the group.
The investigation is expected to conclude by tomorrow, 4th Dec and findings are expected to be shared thereafter.”