रिपोर्टर अंकित
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नत्थूपुरा D ब्लॉक में बाबा गोरखनाथ मंदिर में अग्नि के पास तपस्या करते हैं बाबा
नत्थूपुरा डी ब्लॉक के गोरखनाथ मंदिर में बाबा सिद्धनाथ पिछले 41 दिन से अग्नि के पास बैठकर तपस्या कर रहे हैं। दरअसल बाबा के चारों ओर कुछ दूरी पर आग जलाई जाती है गाय के गोबर से बने उपलों की यह आग होती है और उसके बीच में बैठकर बाबाजी तपस्या करते हैं। हर रोज दोपहर के 10:00 बजे से 2:00 बजे तक 4 घंटे लगातार यह तपस्या बाबा करते हैं।
दरअसल इस तरह की कठोर तपस्या नाथ संप्रदाय के धर्मावलंबी पहले भी करते आए हैं और जगह जगह पर देखने को मिल सकते हैं। यह इनकी साधना का एक माध्यम है। इनका कहना है कि अपनी साधना के साथ साथ देश को महामारी से मुक्ति मिले इसलिए वह इस तरह की तपस्या कर रहे हैं।
भलस्वा डेयरी एक्सटेंशन में बसाई जा रही कालोनियों पर चला प्रशासन का पीला पंजा
आज मंगलवार 29 जून को भलस्वा डेयरी एक्सटेंशन में नगर निगम के दस्ते द्वारा डेमोलेशन किया गया।
एग्रीकल्चर लैंड पर कॉलोनी बसाना कानूनी नजरिए से अवैध है। वैसे तो अधिकतर दिल्ली इसी तरह एग्रीकल्चर लैंड पर बस गई लेकिन कानूनी रूप से इस तरह से एग्रीकल्चर लैंड पर कालोनियां बसाना अवैध है। बीच-बीच में प्रशासन ऐसी कालोनियों पर कार्रवाई भी करता है।
ऐसी एक कॉलोनी भलस्वा डेरी एक्सटेंशन में बसाई जा रही थी जिस पर प्रशासन ने आज डेमोलेशन किया और वहां अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनी का डेमोलेशन किया गया । इससे वहां कॉलोनी बसा रहे कॉलोनाइजर नुकसान तो हुआ ही साथ ही खरीददार लोग भी से डर गए हैं।
डेयरी एक्सटेंशन के पास खाली जमीन में छोड़ा गया पानी बना समस्या
भलस्वा डेयरी में लकड़ी की दुकानों के आसपास में काफी जमीन खाली है। यहां एक रास्ता स्वरूप नगर की तरफ जाता है तो उसी से एक रास्ता भलस्वा डेयरी के दुर्गा चौक की तरफ जाता है। दोनों रास्ते जहां पर मिलते हैं उसी टी पॉइंट के पास में काफी जमीन खाली है और उस सरकारी खाली जमीन में कॉलोनी की गंदी नालियों का पानी छोड़ दिया गया है और उससे काफी जलभराव हो गया है ।
आसपास के क्षेत्र में इस पानी से अब दुर्गंध फैलने लगी है और बीमारियां होने का खतरा पैदा हो गया है। साथ ही यदि कोई बच्चा गलती से इस पानी की तरफ गया तो वह डूब भी सकता। अब यहां के लोगों को इंतजार है कि प्रशासन यहां पानी निकासी का इंतजाम कर इस समस्या से छुटकारा दिलाए।