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नई दिल्ली।
बीती रात दिल्ली के शालीमार बाग मॉल में गोली लगने से एक क्लब के पार्टनर की मौत के मामले में पुलिस ने एक्सीडेंटल गोली चलने और खुदकुशी के एंगल से जांच शुरू की है पर परिजनों का आरोप है कि ये मामला हत्या का है और पिछले कुछ दिन से कुछ लड़कों से झगड़ा था उसी के चलते हत्या की आशंका परिवार को है पर पुलिस ने इसे हत्या का मामला होने से मना कर दिया है ।
शालीमार बाग इलाके में देर रात इस मॉल के एक क्लब में गोली चलने का मामला सामने आया है। गोली क्लब के पार्टनर को लगी। जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस क्लब के तीन पार्टनर से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस वारदात में इस्तेमाल पिसतोल की भी तलाश कर रही है। शुरुआती जांच में मामला पैसों को लेकर काफी समय चला आ रहा विवाद माना जा रहा है। मरने वाले कि पहचान नासिर खान के रूप में हुई है। यह अपने चाचा आबाद खान के साथ शालीमार बाग इलाके में रहता रहता था। नासिर मूल रूप से बागपत का रहने वाला था। नासिर अक्सर क्लब में ही रहा करता था। परिवार में उसकी पत्नी और एक 6 महीने का बेटा है। जो बागपत में ही रहते हैं। रात करीब 10 बजकर 55 मिनट पर पुलिस कंट्रोल रूम को शालीमार बाग के ऑन क्लब में गीली चलने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुची। नासिर को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती करवाया जा चुका था। डॉक्टरों ने नासिर को मृत घोषित कर दिया रहा। नासिर के सिर में बिल्कुल नजदीक से गोली मारी गई थी। नासिर के चाचा आबाद ने बताया कि क्लब में नासिर पिछले करीब 2 सालो से पार्टनर था । परिजनों का आरोप है कि क्लब में पिछले कुछ महीनों से नासिर का विवाद चल रहा था। 15 दिन पहले भी नासिर की किसी बात को लेकर क्लब की चाबी वही पर फैंकर आ गया था। बुधवार सुबह नासिर ने फ़ोन कर किसी शादी में चलने की बात कही थी। लेकिन रात को उनके भतीजे ने नासिर को गोली मारने की सूचना दी।
परिजनों का कहना है उसे कनपटी पर पिस्टल के लिए मजबूर किया या miss guide किया ये जांच का विषय है।
नासिर के परिजनों का आरोप है कि क्लब में गेट पर गॉर्ड तैनात रहता है। गार्ड की तैनाती के बावजूद पिसतोल क्लब में कैसे आई। उनको शक है की गार्ड को पैसे देकर पहले भी पिसतोल अंदर तक आती रही होगी। परिजनों को शक है कि जिस तरह से आरोपियों ने नासिर को पिसतोल दी और पिसतोल का टिग्गर दबाकर देखा उससे लगता है कि आरोपियों ने मामले को सुसाइड केस बनाने की भी कोशिश की होगी। फिलहाल शालीमार बाग थाना पुलिस खुदकुशी का मामला फिलहाल मानकर जांच कर रही है।