आज से देशभर में ट्रको की हडताल है. सभी ट्रांसपोर्ट एसोशियेशनो ने मिलकर नौ और दस अगस्त को पूरे देश में हडताल की है. ट्रांसपोर्टर आज दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में जमा हुए नारेबाजी की और टायरो में आग लगाकर ट्रांसपोर्ट नगर के अंदर की सड़के जाम की . ट्रांसपोर्टरों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजे की. ट्रांसपोर्टर्स की माने तो आज इनके नब्बे लाख ट्रक बंद है और करीब दो हजार करोड़ का नुकशान एक दिन में होगा और कल भी हडताल हुई तो ये नुकशान चार हजार करोड़ होगा.
AA News
New Delhi
अनिल अत्री
ये सब लोग है दिल्ली में एशिया के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट नगर ” संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर” में और मौजूदा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है. ये देश के वित्त मंत्री से सबसे ज्यादा नाराज है. ये सब अलग अलग ट्रांसपोर्ट से जुडी एसोशियेशनो के अध्यक्ष है. आज पूरे देश में ट्रांसपोर्टर हडताल पर है और माल ढोने के ट्रक आज नही चल रहे है. ट्रांसपोर्टर्स की माने तो आज इनके नब्बे लाख ट्रक बंद है और करीब दो हजार करोड़ का नुकशान एक दिन में होगा और कल भी हडताल हुई तो ये नुकशान चार हजार करोड़ होगा. इसी बात से नाराज होकर ट्रांसपोर्टस ने ये हडताल की है. आज सडको पर दूध , फल और सब्जी को लेकर ट्रक चल रहे है इन्हें हडताल से बाहर रखा गया है बाकी सभी सामान बंद है. देश की सडको से ट्रक गायब नजर आ रहे है और ट्रांसपोर्ट नगर में लाइनों में खड़े है. देश सामान ढोने की लाइफ लाइन ट्रक ही है यदि ट्रक बंद होते है जनजीवन पर इसका असर पड़ना लाजमी है. ये लोग देश के वित्त मंत्री से सबसे ज्यादा परेशान है और GST में कई खामिया बता रहे है जो ट्रांसपोर्ट के काम को बड़ा नुकशान पहुंचा रही है यहाँ तक की अजय मैनी (सीनयर वाइस प्रेसिडेंट ट्रांसपोर्टर्स फेडरेशन of इंडिया ) ने इसे सरकार की खुल्ले खुल्ले लूट बताया. साथ ही कच्चे तेल के दाम काफी घटे पर सरकार ने दुसरे टैक्स बढा दिए और डीजल के रेट कम होने की बजाय बढ़ गये …
कुलतरण सिंह अटवाल ( प्रेसिडेंट. आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कोंग्रेस ) ने AA News को बतया की ये दो दिन की हडताल सांकेतिक है यदि सरकार ने कुछ कदम नही उठाये तो आगे दिवाली के बाद ये हडताल अनिश्चित्कालीन होगी और देश की लाइफ लाइन ट्रांसपोर्ट बंद रहेगी …
ट्रांसपोर्ट्स की आज की हडताल से देश में कई हजार करोड़ का नुकशान हो रहा है वक्त रहते समाधान नही निकला तो ये नुकशान और ज्यादा बढ़ सकता है .
अनिल अत्री दिल्ली .