रोहिणी कोर्ट में हुए हत्याकांड में आया नया मोड़, हत्या किसी और कि करनी थी और मार दिया किसी और को।
रिपोर्ट :- प्रभाकर राणा
लोकेशन :- रोहिणी, दिल्ली।
देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पिछले दिनों पूरे हत्याकांड में आज एक नया मोड़ सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि कोर्ट में जिस व्यक्ति की हत्या की गई थी दरअसल उस उस पर हत्यारे ने गलतफहमी के चलते किसी और के धोखे में गोली चला दी थी जिसमें पीड़ित की मौत हो गई थी बरहाल उस समय पुलिस ने मौके से हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया था और अब जांच के बाद आरोपी से पूछताछ के आधार पर इस मामले में पुलिस ने दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को भी पकड़ा है । दिल्ली के कुख्यात डॉन नीरज बवानिया के इशारे पर देना था हत्या कांड को अंजाम। फिलहाल आगे अभी भी मामले की तफ्तीश जारी है।
बीते दिनों दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए हत्याकांड में अब एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या के आरोपी ने जांच में इस हत्याकांड की वारदात में शामिल लोगों के बारे में पुलिस को बताया जिसके बाद पुलिस ने एक नाबालिग समेत अन्य 2 बदमाशो को पकड़ा है। और अगर पुलिस सूत्रों की माने तो हत्या करने वाले आरोपी अब्दुल खान ने पूछताछ में बताया कि वो दिल्ली के सबसे बड़े कुख्यात अपराधी नीरज बवानिया का बहुत बड़ा फेन है और उसके साथ उसकी गैंग में शामिल होकर अपराध की दुनिया मे अपना नाम कामना चाहता था, जिसके बाद उसने वर्तमान समय मे जेल में बंद नीरज बवानिया के साथियों से संपर्क किया और उसके लिए काम करने की इच्छा जाहिर की जिसके बाद उसे नीरज के कट्टर प्रतिद्वंद्वी राजेश बवाना की हत्या करने का जिम्मा सौंपा गया। हत्या कांड का आरोपी अब्दुल खान इस कदर नीरज बवाना से प्रभावित था कि उसने अपनी छाती पर उसका नाम तक गुदवाकर लिखवा रखा है, जिसे आप तस्वीर में साफ देख सकते हैं।
गौरतलब है कि नीरज बवानिया आज दिल्ली के सबसे कुख्यात बदमाश के रूप में जाना जाता है ओर जेल में बंद होने के बावजूद भी उसका ख़ौफ़ इस कदर बना हुआ है कि उसके गुर्गे दिल्ली और आसपास के इलाको में नीरज के नाम से कारोबारियों को हत्या का डर दिखाकर उनसे रंगदारी वसूलते हैं। वही राजेश बवाना भी अपराध की दुनिया का एक जाना माना नाम है और वो भी नीरज की तरह ही दिल्ली के बवाना का रहने वाला है, ओर अब वर्तमान समय मे नीरज ओर राजेश का एक दूसरे से छत्तीस का आंकड़ा है, सूत्र बताते हैं कि कोई समय था जब ये दोनों अच्छे दोस्त हुआ करते थे और एक साथ वारदातों को अंजाम भी देते थे लेकिन इनकी ये दोस्ती ज्यादा दिन तक नही चल सकी, ओर अब ये एक दूसरे के खून के पियासे हैं।
नीरज ने अपना अलग गैंग बना लिया जबकि वहीं राजेश नीटू दाबोदिया गिरोह में शामिल हो गया और अब इसी गिरोह की कमान संभाले हुए है। आपको बताते चके कि नीरज बवाना गैंग और नीटू दाबोदिया गिरोह में पिछले काफी समय से गैंगवार जारी है। जिसमे ये एक दूसरे के कई लोगो की हत्या कर चुके हैं।
रोहिणी कोर्ट की वारदात वाले दिन कोर्ट में राजेश बवाना की भी पेशी थी और उसे भी पेश करने के लिए पुलिस कोर्ट ने लायी थी। एक सोची समझी साजिश के तहत आरोपी अब्दुल अपने साथियों के साथ रोहिणी कोर्ट पहुँचा और उसने इशारा मिलते ही वहाँ मृतक विनोद उर्फ बाले को गोली मार दी जबकि उसका निशान विनोद नही बल्कि राजेश था इस वारदात में मारे गए विनोद पर चीटिंग जैसे आरोप के तहत मुकदमे चल रहे थे, ओर वो अपने परिवार समेत मंगोल पूरी इलाके में रहते थेऔर उनपर कोई अन्य आपराधिक मामला नही था, चूंकि आरोपी अब्दुल घटना के समय नशे की हालत में बताया जा रहा था शायद इसलिए उसने गलती से राजेश की जगह विनोद को गोली मार दी जिसमे उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने भी आरोपी को मौके से हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया। विनोद की हत्या के बाद से उसके परिवार का रो रोकर बुरा हाल है और वो इतने डरे हुए हैं कि कैमरे पर भी बात करने से कतरा रहे हैं। मृतक विनोद अपने पीछे अपनी पत्नी दो बच्चे और माँ आदि को छोड़ गए हैं उनके अन्य 2 छोटे भाइयों की भी पहले ही मौत हो चुकी है अब ऐसे में उनके घर पर पुरुष के नाम पर कोई भी बड़ा व्यक्ति घर मे नही रह है।
बरहाल पुलिस अब्दुल के बाद एक नाबालिग को पकड़ा है और 2 अन्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जो इस पूरी साजिश ओर हत्याकांड में इसके साथ शामिल थे, और अब आगे की जांच अभी भी जारी है। लेकिन दिल्ली में अपना वर्चस्व स्थापित करने ओर आम लोगो मे अपना ख़ौफ़ बनाने के लिए इस गैंगवार में एक बेकसूर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।