दिल्ली के रोहिणी जिले के थाना विजय विहार इलाके के डीडीए के डिस्ट्रिक्ट पार्क में बने गहरे गड्ढे क्रिकेट खेल रहे 8 साल के मासूम की डूबने से मौत । बच्चे की मौत के बाद आज सुबह प्रशाशन ने गड्ढे की तारबंदी की और प्रशाशन मामले पर लीपापोती करने में जुटा । ये है दिल्ली के मंगोल पूरी इलाके का डीडीए का सरकारी पार्क । जिसमे कल शाम एक 8 साल के मासूम खालिद की क्रिकेट मैच खलने के दौरान पानी मे डूबने से मौत हो गयी । खालिद अपने साथी के बॉल पर शॉट मारने के बाद बॉल कों पकडने के लिए पीछे भगा तो अचानक से सामने पार्क में खुदा गहरा गड्ढा आ गया ओर खालिद खुद को नही रोक पाया । उसका पैर फिसल गया जिससे गड्ढे में डूबने से उसकी मौत हो गयी । दरसअल कल दिन में जोरदर बारिश होने की वजह से गड्ढे में बारिश का पानी भर गया । गड्ढा इतना गहरा था और पानी भरे होने की वजह से जमीन और गड्ढे का पता नही चल रहा था । जहां पर हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बॉडी को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल में भिजवा दिया है ।
दरसअल पार्क में खुद गड्ढा सरकारी एजेंसियों द्वारा खोद गया है और गड्ढे के पास में लगे बोर्ड से पता चलता है कि पार्क में गहरा गड्ढा खाद को डी- कंपोसेड करने के लिए खोद गया था । लेकिन पार्क में ये केवल एक ही गड्ढा नही है ऐसे ही ओर भी गड्ढे है जो इसी काम के लिए खोदे गए है । डीडीए ओर उसके कर्मियों द्वारा पार्क के अंदर खोदे गए गड्ढों की तारबंदी नही की गई और ना ही उनके पास खतरनाक गड्ढे होने कि सूचना का बोर्ड लगाया गया । काल दिन में हुई जोरदार बरसात की वजह से पार्क में खुदे गड्ढो में पानी भर गया जिसकी वजह से पार्क में खेल रहे बच्चों को गड्ढा नही दिखाई दिया। जो खुले तौर पर हादसों को दावत दी रहे है । लेकिन लोगो का आरोप है कि हादसे के बाद डीडीए कर्मियों ने आज सुबह गड्ढे की तारबंदी कर उसके पास बोर्ड भी लगा दिया जो पहले से नही था
अब सवाल ये उठता है कि इतने बड़े पार्क में ये केवल एक ही ऐसा गड्ढा नही है । जिसकी हादसे के बाद तारबंदी कर दी गयी ।लेकिन इसके अलावा इस पार्क में कई और भी गड्ढे है जो अभीतक खुले पड़े है क्या अभी भी प्रशाशन उनमे भी को ओर बड़ा हादसा होने का ईनतजार कर रहा है। और मामले की जांच कर रही है ।
अनिल अत्तरी दिल्ली