दिल्ली के अलीपुर इलाके के रमजानपुर गांव में “राजेश अखाड़ा” के अंदर मिट्टी की कुश्ती के साथ-साथ अब खिलाड़ियों को रेसलिंग मैट पर भी होगी।
आपको बता दें हर अखाड़े में मिट्टी की कुश्ती को महत्व दिया जाता है लेकिन जैसे-जैसे भारत डिजिटल बनता जा रहा है तो खेल के नियम भी और तरीके भी बदलते जा रहे हैं। देहात के बच्चे कुश्ती का अभ्यास मिट्टी के अखाड़ों में करते हैं लेकिन सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रेसलिंग मैट पर यह कुश्ती होती है। इसलिए जरूरत है अभ्यास भी रेसलिंग मैट पर करवाए तो ज्यादा कारगर होता है । इसी के मद्देनजर यह व्यवस्था की गई है।
मिट्टी की कुश्ती में मेहनत करने के बाद भी खिलाड़ी भारत का नाम रोशन करने में ज्यादा सफल नहीं हो पाते थे क्योंकि मिट्टी में कुश्ती करने के बाद अच्छी प्रैक्टिस के बाद जब खिलाड़ी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जाते तो वहां पर मिट्टी की कुश्ती नहीं बल्कि रेसलिंग मैट के ऊपर कुश्ती खेलने पड़ती है। इसी के मद्देनजर यहां यह व्यवस्था भी की गई है।
आसपास के अधिकतर अखाड़ो के अंदर रेसलिंग मेट नहीं है जिसपर खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सके लेकिन राजेश अखाड़ा रमजानपुर में ये सभी सुविधाएं खिलाड़ियों को मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है ।
फिलहाल रेसलिंग मैच खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं और काफी हर्षोल्लास काफी खुश नजर आ रहे हैं।
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