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Anil Kumar Attri
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमला हुआ जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। उसका बदला लेने के लिए हमारी एयरफोर्स ने 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक भी की थी। उसके बाद से आतंकियों को घाटी में तलाश – तलाश कर
मौत के घाट उतारा जा रहा है।
अब एयर स्ट्राइक के 13 दिन बाद हमारी सेना ने एक और बड़ी कार्रवाई की है । पुलवामा हमले में विस्फोटक उपलब्ध करवाने वाले जैश के आतंकी मुदस्सिर अहमद उर्फ मोहम्मद भाई को मौत के घाट उतार दिया।
मुदस्सिर की मौत एक बड़ी उपलब्धि है । पुलवामा के पिंगलिश एरिया में आतंकियों के छिपे होने की सूचना सुरक्षा बलों को मिली थी । इसके बाद तलाशी का अभियान स्टार्ट किया गया। तलाशी के दौरान छिपे हुए आतंकवादियों ने एक घर से हमारे जवानों के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी । काफी देर तक फायरिंग के बाद जब सेना ने भी जवाबी फायरिंग की। फायरिंग के बाद जब कोई भी आतंकी ढेर नहीं हुआ तो सुरक्षाबलों ने विस्फोट करके उस घर को ही उड़ा दिया और आज सोमवार सुबह उसके मलबे से दो आतंकवादियों के शव मिले उनमें से एक शव मुदस्सिर का भी था।
मुदस्सीर ने पुलवामा हमले के लिए गाड़ी और विस्फोटक प्रदान किये थे। हमले के दिन वह सुबह से ही लगातार फिदायिन आदिल अहमद डार से लगातार संपर्क में था ।
मुदस्सीर ग्रेजुएट है और इलेक्ट्रिशियन में डिप्लोमा भी किया है। वर्ष 2017 से ये मुदस्सिर आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है । अनुमान है कि फरवरी 2018 में आर्मी कैंप पर हुए हमले में भी शामिल था।
पुलवामा घटना के बाद से मुदस्सिर और सज्जाद की तलाश थी। पुलवान हमले के लिए आतंकियों ने जिसकी ईको वैन का इस्तेमाल किया था वह आतंकी सज्जाद भट्ट ने 10 दिन पहले ही खरीदी थी । सज्जाद भी तभी से फरार है । आखिरकार मुदस्सिर का तो सेना ने ढेर कर दिया ।