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बुराड़ी , नई दिल्ली
रिपोर्ट : नसीम एन्ड विकास
दिल्ली के दुधारू पशुओं में एक जानलेवा बीमारी आजकल बढ़ रही है जिससे पशुपालक डरे हुए हैं ।
वीडियो में देखें गऊ माता की हालत
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बुराड़ी में गायों की एक डेयरी में मात्र एक सप्ताह में 22 गायों की मौत इस बीमारी से हो गई है । अभी तक बीमारी की पूरी तरह से पहचान नहीं हो पाई है। गायों के मुंह से झाग और चलने वक्त चारो पांव में दिक्कत के बाद अचानक हो रही है मौत। हर रोज कई गायों की मौत होने के बाद एक सप्ताह में लगातार 22 गायों की मौत से पूरे एरिया के पशु पालकों में दहशत का माहौल है। इस डेयरी में करीब 50 से ज्यादा गाय हैं जो दूध के लिए किसानों ने पाली है । अचानक आई इस बीमारी में 22 गायों की मौत हो गई। इन लोगों का बड़ा आरोप दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग पर भी है क्योंकि विभाग की तरफ से जिन डॉक्टर को नियुक्त किया गया है उन्होंने एरिया में जाकर किसी भी तरह का टीकाकरण पशुओं को नहीं किया है। दुधारू पशु मरने शुरू हो चुके हैं यहां तक आरोप है कि जब उन्होंने सरकारी डॉक्टर से इस बात की फरियाद लगाई तो उसका कहना था कि पशुओं को पशु अस्पताल में लेकर आए लेकिन पशु चलने की स्थिति में नहीं थे ऐसी स्थिति में सरकारी डॉक्टर्स को खुद घर जाकर उसका इलाज करना होता है। लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि तीन दिन बाद उन्होंने पशुपालन विभाग के डायरेक्टर से संपर्क किया उसके बाद डॉक्टर घर तक आए जब तक 22 गायों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद दिल्ली पशु चिकित्सा विभाग के डायरेक्टर भी मौके पर आएं और दो गायों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है ताकि इस जानलेवा बीमारी की पहचान की जा सके और फिर उसका इलाज शुरू हो सके लेकिन प्राथमिक तौर पर लक्षण मुंह खुर की बीमारी के नजर आ रहे हैं जो कई बार पशुओं में हो जाती है, जिसका टीकाकरण भी सरकार हर साल करती है ।
अब जरूरत है इस तरह की बढ़ती बीमारी को सरकार हल्के में न ले और उसका इलाज जल्द शुरू करें वरना दिल्ली में दुधारू पशुओं के लिए बड़ी समस्या आ सकती है। जब तक बीमारी की पहचान नहीं हो तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि उसके दूध से क्या लोग भी बीमार होंगे या नहीं या यह बीमारी दूसरे जानवरों या जीवो में भी बढ़ सकती है या नहीं यह एक जांच का विषय है । लेकिन अभी तक दिल्ली सरकार इस पर बिल्कुल सुस्त है । अकेली एक डेयरी में 22 गायों की मौत हुई है आंकड़ा यदि चेक किया जाए तो आसपास के गांवों में और भी बढ़ सकता है साथ ही यह भी जांच की जरूरत है कि यही कुछ खान पान में कमी रही है या ये कोई यह छूत से फैलने वाली बीमारी है जो एक के बाद एक गायों की जान ले रही है। फिलहाल दो गायों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और उसके बाद ही पूरी तरह मामला साफ हो पाएगा ।