इस वीडियो में देखिए रिपोर्ट।
दूर दराज एरिया से टेस्ट देने आए स्टूडेंट्स होते है शोषण के शिकार । अधिकतर सेंटर पर मोबाइल तक रखने की व्यवस्था नही होती अपना पर्स मोबाइल आदि बाहर दुकानों पर रखने पड़ते हैं या दूसरे गाड़ी लेकर आये कैंडिडेट्स की गाड़ियों में रखने पड़ते है । पर दिल्ली में कुछ ऐसा हुआ जिससे हर कोई हैरान है । यहां बेरहम चोरो ने सेंटर के अंदर पेपर दे रहे स्टूडेंट्स तक के सामान को भी नही बख्सा । कोलिज का कोई वाचमैन गेट आगे रखवाली के लिए नही था तैनात और एग्जाम देने आए छात्रों की गाड़ी अंदर सेंटर पार्क करवाते नही बाहर रखवाली नही करते । मतलब एग्जाम में आधा डर कैंडिडेट को सड़क पर पार्क गाड़ी की तरफ होता है जिसका नुकशान उसे पेपर में भी उठाना पड़ता है ।
चोरों ने दिन दिहाड़े गाड़ियों के शीशे तोड़ समान पर किया हाथ साफ
कई गाड़ियों के शीशे तोड़ मोबाइल समेत लेपटॉप ओर दूसरे समान को लेकर हुए रफुचक्कर
MBA का पैपर देने आए छात्रों के समान पर किया हाथ साफ
द्वारका के MBS कॉलेज में MBA का पेपर देने आये स्टूडेंट्स की गाड़ियों के शिशे तोड़ कर कई गाड़ियों मैं चोरी – दिनदिहाड़े। गाड़ियों में से मोबाइल- लेपटॉप कैश सहित लाखो की चोरी। पुलिस कर रही है मामले की जांच।
ये है द्वारका का एमबीएस कॉलेज जहाँ आज MBA के स्टूडेंट्स का पेपर था। स्टूडेंट्स कॉलेज के अंदर पेपर दे रह थे उसी वक़्त एमबीएस कॉलेज के सामने खड़ी स्टूडेंट्स की गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले चोरों ने मौका देख कर और गाड़ी में रखे कैश मोबाइल लेपटॉप समेत दे गए लाखों की चोरी को अंजाम।
स्टूडेंट्स का कहना है की जब वो पेपर दे रहे थे तभी बाहर से कुछ आवाजे भी आ रही थी लेकिन कॉलेज के किसी गार्ड ने बाहर जाकर नही देखा जब पेपर दे कर सभी स्टूडेंट्स कॉलेज से बाहर आये तो देखा कि गाड़ियों के शीशे टूटे हुए है और गाडियो के अंदर रखे मोबाइल व दूसरा सामान गायब है।
फिलहाल द्वारका सेक्टर 9 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
यहां ये भी बात गौर करने लायक है कि पेपर समान और मोबाइल ले नही जा सकते मजबुरन स्टूडेंट्स को बाहर अपनी गाड़ियों या दूसरे साथियो की गाड़ियों में अपना सामान रखना पड़ता है । कम से कम इन गाड़ियों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी एग्जाम सेंटर के उस स्कूल या कोलिज की होनी चाहिए पर ऐसा नही है । अधिकतर एग्जाम में बाहर राज्यो में भी बच्चे एग्जाम देने जाते है और मोबाइल जरूरी होता है ऐसे में पर सेंटर पर जाकर कैंडिडेट्स को मोबाइल रखने की समस्या होती है कई बात तो सेंटर के बाहर चाय आदि की दुकान लगाने वाले पचास रुपये प्रति मोबाइल रखने के बदले कैंडिडेट्स से लेते है मतलब बेरोजगारों का जमकर शोषण होता है । कुछ रहमदिल स्कूल भी होते हैं जो अंदर टोकन देकर फ्री में स्कूल का स्टाफ मोबाइल रख लेता है पर ऐसे स्कूल कम है । जरूरत है एग्जाम सेंटर में मोबाइल गेट के पास रखवाने की व्यवस्था खुद सेंटर करें । आप भी सहमत है तो इस वीडियो को शेयर करे और डबल ए न्यूज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी करें । डबल ए न्यूज़ ।