दिल्ली में सरकारी एम्बुलेंस सेवा में निजी कम्पनी के तहत काम करने वाले कर्मचारी लगातार हडताल पर थे पर आज से अचानक दुसरे कैट्स कर्मचारी भी हडताल पर आ गये इन कर्मचारियों ने निजी कम्पनी के तहत काम करने वाले कर्मचारियों का समर्थन किया है और आज सैकड़ो कैट्स के कर्मचारी इक्कठे होकर दिल्ली के हेल्थ मनिस्टर सतेन्द्र जैन के सरकारी आवास पर सिविल लाइन पहुंचे पर सतेन्द्र जैन इन कर्मचारियों से नही मिले पर दिल्ली में सैकड़ो सरकारी एम्बुलेंस रूक गई है जिससे बड़ी दिक्कत का सामना हो रहा है .
दिल्ली में सरकारी एम्बुलेंस सेवा CATS के BVG कर्मचारी हडताल पर पहले ही थे पर अब CATS के दुसरे कर्मचारियों की यूनियन ने भी हड़ताल का आज से समर्थन कर दिया क्योकि निजी कम्पनी के तहत कर्मचारियों की हडताल के कारण काफी एम्बुलेंस सेवा बंद थी और इसे जरुरी सेवा मानते हुए दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल से दिल्ली में एस्मा लगाया गया इसके बाद कई हडताली कर्मचारियों को निलम्बित किया गया पर कर्मचारी लगातार हड़ताल पर है यूनियन का दावा है कि आउटसोर्स के तहत भर्ती सभी कर्मचारी हड़ताल पर थे आज दुसरे कर्मचारी भी हडताल पर आ गये और दिल्ली में करीब छे सौ एम्बुलेंस बंद होने का दावा यूनियन का है.
CATS यूनियन अध्यक्ष नरेंदर लाकड़ा ने AA News को बताया कि आवाज उठाने पर धमकी दी जाती है इसके कारण आन्दोलन इतना बड़ा हो गया. यहा पर पांच दिनों से आउटसोर्स की हड़ताल थी . करप्सन , और बेवजह परेशान कर रहे थे आज माननीय मंत्री जी से मिलने आये थे बातचीत हो यहा बात नही हो पाई सचिवालय बुलाया गया है वहा बात करेंगे.
इनका आरोप है कि बताया कि कैट्स एम्बुलेंस की संचालनकर्ता कम्पनी अधिकारियों द्वारा हम आउटसोर्स स्टाफ का कैट्स कण्ट्रोल रूम बुलाकर दुर्भावनापूर्ण तरीके से मानसिक शोषण किया जाता है I सेलरी वक्त पर नही मिलती कंपनी अधिकारी किसी भी स्टाफ को बिना वजह लक्ष्मी नगर तलब कर लेते है और वंहा स्टाफ के साथ बद से बत्तर सलूक किया जाता है I पहले तो कर्मचारियों को वंहा कई कई घंटे तक बिठा कर रखा जाता है और फिर जब उसको अंदर बुलाया जाता है तो BVG कम्पनी के अधिकारी व् कुछ सुपरवाइजर जो वंहा मौजूद होते है कर्मचारी को घेर कर बिठा लेते है और उससे जबरदस्ती गलती मनवाते है कर्मचारी द्वारा मना करने पर किसी और स्टाफ के नाम से मामले की लिखित शिकायत दर्ज करने को कहते है वो भी मना करने पर ससपेंड लैटर ऑफर किया जाता है I
अभी तक मामला कम्पनी और कर्मचारियों के बीच छोडकर दिल्ली सरकार चुप है पर इतना जरुर है सेवाए दिल्ली की बंद हुई है और अस्पतालों में मरीजो को वक्त पर एम्बुलेंस नही मिल रही. कोई दुर्घटना हो और वक्त पर एम्बुलेंस न मिले तो किसी की जान भी जा सकती है. फिलहाल सभी कर्मचारी हेल्थ मनिस्टर के न मिलने पर वापिस तो चले गये पर गाडी नही चलायेगे और हडताल पर ही रहेंगे.
यहा ये बात सर्वविदित है कि दिल्ली में पहले कैट्स गाडियों और स्टाफ की संख्या काफी कम थी अब कई गुना बढ़ा दी गई है पर पहले कैट्स का देश में नाम होता था. बिहार बाढ़ और गुजरात त्रासदी में भी दिल्ली की कैट्स एम्बुलेंस वहा जाकर भी राहत बचाव में अहम भूमिका निभाती थी पर आजकल कैट्स का बड़ा कई गुना बढ़ गया पर इसके बाद भी दिल्ली भी अच्छे से सम्भल नही पा रही है इससे साफ़ है कही न कही मैनेजमेंट में कमी जरुर आई है जरूरत है जिसपर ध्यान देकर कैट्स को पुराने पायदान पर पहुंचाकर देश को फिर से दिल्ली की CATS सेवा अपना जलवा दिखाए.
अनिल अत्तरी दिल्ली