स्वराज इंडिया का कहना है यहाँ लगातार कूड़ा जलता रहता है पूरी दिल्ली में जहर जा रहा है कोर्ट ने 2010 से यहां कूड़ा डालने से मना किया हुआ है पर अभी तक क्यो नही यहां कूड़ा ढलना बन्द हुआ । यहाँ गाजीपुर साइट से कई गुना ज्यादा खतरा है क्योंकि भलस्वा लैंडफिल साइट के पूर्व में मात्र छे फुट की दूरी है कालोनी बसी है ये कूड़े का पहाड़ ब्लास्ट होता है या फिसलता है कई हजार लोग मलबे के नीचे दब सकते है । इतना खतरा होने के बाद भी न सरकार जाग रही है न दिल्ली नगर निगम । ये जाने डायरेक्ट जा सकती है पर पॉल्युशन से यहां लोग बीमार पहले से ही है । लोगो का कहना है यहां उनकी कमाई कम है और डॉक्टर्स को कमाई से ज्यादा पैसे देने पड़ते है उनका घर बिकने तक के कगार पर है । सांस की बीमारियां और कूड़े से रिसने वाले पानी से त्वचा के रोग सबसे ज्यादा है । वक्त वक्त पर सभी पार्टियों से जुड़े लोग विरोध करते है पर अंदर दिल्ली में बैठे अधिकारियों तक लगता है आवाज नही पहुंच पाती । इस भलस्वा लैंडफिल साइट से आसपास ही नही बल्कि पश्चिमी हवा चलने के दौरान पूरी दिल्ली में पॉल्युशन ज्यादा है । यहां इसी कारण ये रोहिणी , आदर्श नगर , आजादपुर , संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर , आसपास की कालोनियों के स्वराज इंडिया से जुड़े लोग आए है और इसका विरोध कर रहे हैं । स्वराज इंडिया वर्कर सपना खंडेलवाल ने कहा कि जब तक सरकार यहां कूड़े के ट्रक डालना बन्द नही करेगी इनका अलग अलग तरीके प्रोटेस्ट जारी रहेगा ।
इससे पहले यहां कई पार्टियां एक मंच पर आकर विरोध कर चुकी है पर कोई असर नही हो रहा । आरोप है कि यहां एक रात में सैकड़ो ट्रक कूड़ा डाला जाता है और अधिकारी ट्रक दुगुने दिखाते है जिससे करोड़ो का घोटाला इस मामले में होता है इसलिए अधिकारी यहां इस साइट को बंद करने में दिलचश्पी नही ले रहे । जरूरत है सरकारे लोगो की जान के साथ खिलवाड़ न करें । पॉल्युशन को लेकर न्यायालय ने पटाखे तक दीवाली पर बैन कर दिए है पर प्रशासन इस कूड़े के पहाड़ के पॉल्युशन पर क्यो संजीदा नही है । फिलहाल यहां लगातार धुआं , बदबू , पॉल्युशन लगातार जारी है ।