देश की राजधानी दिल्ली में नशे में धुत एक सिरफिरे युवक ने सड़क पर लोगों पर किया उस्तरे से जानलेवा हमला । घटना में करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रुप से घायल इसमें एक की हालत नाजुक पब्लिक ने भी सिरफिरे युवक को मोके पर जमकर पीटा, जिसमें हमलावर भी अपना ही उस्तरा लगने से हुआ घायल पुलिस आरोपी को मौके से पकड़कर जांच में जुटी।
अस्पताल में नशे की हालत में धुत बड़बड़ाता हुआ युवक वही हमलावर है जिसमें बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी के आलोक इलाके में रविवार रात को नशे की हालत में धुत होकर अचानक से सड़क पर आ जा रहे लोगों पर उस तरह से जानलेवा हमला कर दिया इस वारदात में करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिसमें से एक युवक की हालत नाजुक बनी हुई है जिसका मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में ऑपरेशन भी करना पड़ा है और बाकी अन्य घायलों का उपचार अस्पताल में जारी है प्राप्त जानकारी के अनुसार हमलावर युवक का नाम शुभम है जो कि 25 साल का है और मौका-ए-वारदात के पास में ही किराए पर रहता है जबकि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन का रहने वाला है और मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री में मजदूरी करता है और वो कोई पेशेवर अपराधी भी नही है। ….
सड़क पर अचानक हुए इस हमले में इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता नशे में धुत इस हमलावर ने लोगों पर उस तरह से ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए जिसके बाद मौका-ए-वारदात पर अफरा तफरी मच गई और वहां मौजूद सभी लोग अपनी जान बचाकर इधर उधर भागने लगे इस घटना में एक बुजुर्ग दंपत्ति भी गंभीर रुप से घायल हुए हैं जबकि एक अन्य युवक की हालत बहुत ही नाजुक बनी हुई है सनी लोगों ने जैसे-तैसे कर इस सिरफिरे को पकड़ा और उसकी मौके भरी जमकर धुनाई कर दी जिसके बाद मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया और सभी घायलों के साथ उसे भी मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में ले जाया गया गली में तेरा ही किस जानलेवा हमले में अभी तक किसी की जान नहीं गई क्योंकि जिस तरह से इस सिरफिरे ने नशे में धुत होकर सड़क पर चल रहे लोगों पर ताबड़तोड़ उस्तरे से वार किए उसका अंदाजा लोगों के जख्मों को देखकर ही लगाया जा सकता है।
बरहाल मंगोलपुरी थाना पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और तुरंत नशे में धुत हमलावर को पकड़ लिया साथ ही सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया और मौका-ए-वारदात से ब्लड आदि के नमूने लेकर मामला दर्ज कर लिया है और आगे कि जांच में जुट गई है। लेकिन इस घटना से साफ हो गया है कि नशे में आदमी अपनी सोचने और समझने की शक्ति खो बैठता है और वह ऐसे संगीन अपराधों को करने से भी कोई गुरेज नहीं करता।
रिपोर्ट प्रभाकर राणा ।