AA NEWS
NEW DELHI
दिल्ली के इब्राहिमपुर गांव के पास एक सांड गहरे नाले में गिर गया था। नाला काफी संकरा था। सांड नाले के अंदर फस गया और निकल नहीं पा रहा था।

Ibrahim pur Bull Rescue
गोवंश के नाले में फंसे होने की सूचना जब लोगों को पता चली तो भीड़ इकट्ठा हो गई। रात के वक्त किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वे उसे बाहर निकाल सके। इस बाबत आसपास के लोगों ने मोनू गौ सेवक से संपर्क किया जो ताजपुर में गौशाला चलाते हैं और गौ माता की रक्षा के लिए वह दिल्ली एनसीआर में बिना कोई पैसा लिए फ्री में जाकर उसकी पूरी मदद करते हैं ।

Ibrahim pur Bull Rescue
घायल गऊ वंश का इलाज करना इनका इनकी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। मोनू गौ सेवक रात के वक्त मात्र 15 मिनट में ताजपुर गांव से इब्राहिमपुर पहुंच गए और जेसीबी की मदद से नाले को तुड़वा कर उस गहरे नाले में उतरकर मोनू ने आसपास के लोगों की मदद से सांड को बचाया और बाहर निकाला।
Video
बता दें कि इससे करीब 10 दिन पहले हमीदपुर गांव में भी एक गाय का बच्चा गहरे कुएं में गिर गया था। अपनी जान की परवाह किए बिना मोनू गऊ सेवक गहरे और बंद पड़े कुएं में उतर गए और उस बछड़े को निकाल कर लाए थे। यहां भी मोनू की मदद से इस सांड को बचा लिया गया ।
लोगों ने पुलिस और फायर विभाग को कॉल ना करके बल्कि पहले मोनू को ही कॉल की क्योंकि यहां आसपास के सभी लोगों को विश्वास है कि मोनू गाय की रक्षा के लिए मदद के लिए सबसे पहले आएगा। मोनू का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में कहीं भी किसी को घायल ,
चोटिल गऊ वंश दिखाई दे या सड़क किनारे कोई बीमार गाय दिखाई दे तो उसकी सूचना उन्हें दे। एंबुलेंस से लेकर जाएंगे और उसका पूरा इलाज करेंगे और किसी भी तरह का कोई चार्ज ये नहीं लेते। लोगों ने यहां मोनू की तारीफ भी की और मोनू ने भी आसपास के लोगों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने उसकी सूचना दी और इस काम में मदद की। स्थानीय निवासी चेतन सैनी ने इसकी सूचना मोनू को AA News से नम्बर लेकर दी ।
क्योकि AA News पहले भी मोनू द्वारा की गई मदद की घटनाओं की खबरे चलाता रहा है जब सांड नाले में गिरा तो स्थानीय RWA पदाधिकारी चेतन सैनी ने हमारे चेनल से सम्पर्क कर मोनू से मदद मांगी जो उन्हें मात्र 15 मिनट में मदद मिल गई। RWA ने इसके लिए AA News का भी धन्यवाद किया ।
मोनू के काम से यहां के लोग इतने प्रभावित हुए कि कुछ युवकों ने मोनू के साथ जुड़ने का वायदा कर दिया और मोनू से कहा कि यदि कहीं भी वह कि इस तरह के बचाव के लिए जाते हैं तो उन्हें भी साथ लेकर जाएं।