AA News
छावला दिल्ली।
अनिल कुमार अत्तरी
इस शिविर में भाग ले रहे सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों को योग गुरू स्वामी हर्षानंद जी महाराज अश्व शक्ति प्रेरित यौगिक क्रिया का प्रशिक्षण दे रहे है
छह मिनट की इस यौगिक क्रिया के प्रभाव से व्यक्ति शरीर प्राण तथा विचार के मध्य संतुलन बनाकर अपने भीतर छिपे प्रकृति के खजाने से मुलाकात कर सकता है
स्वामी जी ने इस क्रिया का व्यवहारिक प्रशिक्षण देने के साथ साथ सैनिकों को प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर रखने की भी कई रोचक जानकारियां दी
स्वामी जी ने प्रकृति की बगिया को गुलज़ार रखने के लिए जल झूठा नही छोड़ने तथा अपने जन्म दिवस पर एक पौधा लगाने का संकल्प करवाते हुएं कहा कि जब तक वह पौधा स्वयं स्वावलंबी नही बन जाता तब तक उसकी रक्षा का दायित्व भी आपके कंधे पर है
स्वामी जी ने बताया योग वन टू वन है कोई भी दो व्यक्ति एक जैसी क्रिया करने पर भी एक जैसा परिणाम नहीं पा सकतें
यह भ्रान्त धारणा मिटाएं बिना एक स्वस्थ व्यक्ति का निर्माण नही किया जा सकता
आज भारत में पंसारी की दूकान से ज्यादा दवाई की दुकानें खुलती जा रही है
देश को बीमारियों के चक्रव्यूह से निकालने के लिए हमें हर व्यक्ति तक योग को वैज्ञानिक तरीके से पहुंचाना होगा