मृतक बच्चा
दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लोग परेशान ज्यादा होते है और इलाज कम होता है .. अस्पतालों में संसाधन नहीं तो कही स्टाफ की कमी रहती है .. बिना संसाधन डॉक्टर्स भी कैसे इलाज करें उन्हें मरीज को रेफर करना पड़ता है .. पर जिन अस्पतालों में रेफ़त किया जाता है उनकी संख्या मात्र पांच से दस है तो वो दिल्ली एनसीआर से इतनी संख्या में मरीजों का भार झेल नहीं पाते .. इसपर जरूरत है सरकार काम करें क्यों दिल्ली से बाहर के लोगो को इलाज के लिए दिल्ली आने की जरूरत पड़ती है सरकार को चाहिए दिल्ली जैसे बेहतर अस्पताल हर शहर में हो .. आज फिर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की फिर पोल खुली । दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों पर उठे सवाल । तेरह साल के बच्चे को 102 डिग्री बुखार ओर हालत खराब के बाद जगजीवनराम अस्पताल ने नही किया भर्ती इसके बाद परिजन बच्चे को लेकर गए हिंदूराव अस्पताल वहां भी बच्चे को भर्ती से मना के बाद परिजन पहुंचे LNJP अस्पताल वहां भी भर्ती नही होने पर आखिरकार वापिस तड़फते बच्चे को घर लेकर आये और हो गई मौत । दिल्ली की हेल्थ सेवाओ पर उठे सवाल । जहांगीरपुरी में 13 साल के बच्चे सन्नी की बुखार तेज होने के बावजूद BJRM हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने ना ही उसे भर्ती किया गया औऱ ना ही कोई उचित इलाज किया गया । बल्कि घरवालो का आरोप है कि डॉक्टर्स से बार 2 बिनती करने के बाद भी डॉक्टर्स ने पर्चा बनाकर दूसरे अस्पताल से ले जाने के लिए कहा । घरवाले पूरी रात बच्चे को सरकारी अस्पताल के चक्कर लगाते रहे मगर किसी भी अस्पताल ने भर्ती नही किया । थक हारकर मजबूरी में घरवाले सन्नी को घर लेकर आ गए । और बच्चे की मौत हो गई भीड़ में मौजूद एक पीड़ित महिला का आरोप है कि कुछ समय पहले उनकी 10 साल की बच्ची की कुछ समय पहले इसी अस्पताल में लापरवाही से मौत हो चुकी है । अस्पताल में मौजूद कुछ मरीजों से बात किया गया तो ज्यादातर लोगों का आरोप था कि इस अस्पताल में आये दिन डॉक्टर्स की लापरवाही से मरीजो की मौत होती रहती है फिलहाल यह परिवार बच्चे को खोकर बहुत गमजदा हैं और न्याय की मांग प्रशासन से कर रहे है घरवालो का कहना है कि जिस से इस तरह की लापरवाही किसी और के साथ न हो । गुस्साई भीड़ ने आज धरना प्रदर्शन किया । साथ ही और बहुत सारे लोगो के परिजन भी जिनके परिवार का कोई न कोई सदस्य अस्पताल की लापरवाही के कारण मौत हो चुकी है । आज सभी लोग यहां पर इकट्ठे हुए औऱ अस्पताल और प्रसासन के खिलाफ काफी आक्रोश दिखा । अब सरकार को इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए की इस तरह डॉक्टर्स की अकेली लापरवाही नहीं बल्कि बीमारी के हिसाब से संसाधन भी नहीं होते तो डॉक्टर्स कैसे इलाज करते मजबूरन दूसरे अस्पतालों में रेफर करना पड़ता है और दूसरे अस्पताल में कई अस्पतालों के रेफर का भार होता है इसलिए जगह नहीं मिलती इस तरह की समस्याओ से निजाकत दिलाना सरकार का काम है पर ऐसा न हो और हर अस्पताल में मूलभूत संसाधन हो इसपर अभी भी कोई योजना दूर दूर तक नजर नहीं आ रही .
अनिल अत्तरी दिल्ली।
..
आप हमारी वेबसाइट www.aanews.in पर ताजा खबरे पढ़ सकते है । Youtube पर हमारे चैनल AA News को Subscribe जरूर करें क्योकि नया वीडियो इस चैनल पर अपलोड होते ही आपको जानकारी मिले। साथ ही फेसबुक पर हमारे पेज Anil Attri AA News को भी like करें।
धन्यवाद।
You can read latest news on our website www.aanews.in Subscribe to our channel AA News on Youtube as you get the information as soon as the new video uploads to this channel. Also like our page Anil Attri AA News on Facebook.
Thank you