इस वीडियो में पूर्व विधायक जयकिशन ने क्या कहा वो सब सुनिए
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दिल्ली में बीजेपी के सांसद उदित राज ने रामलीला ग्राउंड में दलित और पिछड़ा वर्गों की सभा की । लेकिन इससे कांग्रेस को यह लगा कहीं ना कहीं उनका वोट बैंक उधर न खिसक जाए तो आज कांग्रेस के पूर्व विधायक जयकिशन ने दलितों के मुद्दे और समस्याओं उठाते हुए सांसद उदित राज का इस्तीफा मांगा और कहा यदि बीजेपी की नीतियों से सांसद उदित राज खुश नहीं है उसके विरोध में सभा कर रहे हैं तो सांसद उदित राज को इस्तीफा देकर बीजेपी के खिलाफ बिगुल बजाना चाहिए और हम भी उसका साथ देंगे बीजेपी में रहते हुए दलितों को इकट्ठा करके और BJP का ही विरोध करना कहीं ना कहीं दलितों को गुमराह करना है और अपने वोट बैंक के लिए यूज करना है । इस बात का कड़ा विरोध पूर्व विधायक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे जयकिशन ने जताया और कहा कि दलित भाइयों को किसी भी तरह से इनके झांसे में आने की जरुरत नहीं है जय किशन ने दलितों से अनुरोध किया कि दिल्ली के दलित पिछड़े समाज के लोगों उदित राज के झांसे में न आएं।
दिल्ली में दलितों को लेकर राजनीति शुरु हो गई है।
दरअसल दिल्ली की विभिन्न दलित संस्थाओं के संरक्षक दलित नेता पूर्व विधायक एवं सचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी जयकिशन ने उदित राज द्वारा आयोजित आरक्षण बचाओ रैली को ढकोसला करार दिया है । यदि डॉक्टर उदित राज रामविलास पासवान और रामदास अठावले दलितों के इतने ही थे हितेषी है तो अपनी संसद सदस्य एवं सभापति मंत्रालय से इस्तीफा दे देना चाहिए। यह मांग पूर्व विधायक जयकिशन ने की है पूर्व विधायक जयकिशन ने भाजपा व दूसरे कांग्रेस विरोधी दलों के दलित नेताओं को मौका परस्त करार दिया है । उन्होंने कहा उदितराज को आरक्षण की याद चार साल बाद आती है । दलितों की समस्याएं और उनके सामाजिक और आर्थिक हितों से कोई लेना देना नहीं है । जय किशन ने कहा कि भाजपा ने 2001 में कांग्रेस और बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने का षड्यंत्र रचा था । दलितों को जाति प्रमाण पत्र देने बंद कर दिए थे । बस और टैक्सीयो के परमिट बंद कर दिए थे । दलितों को शिक्षा और रोजगार के लिए मिलने वाले लोन के नियम भी खड़े कर दिए थे। 20 सूत्री कार्यक्रम को निर्जीव कर दिया था । पदोन्नति पर रोक लगा दी थी इन नेताओं ने इसका विरोध करने की बजाए आज सत्ता सुख भोगने और लालच में मूकदर्शक बने रहने की ठानी है। जयकिशन ने कहा भाजपा व दूसरे दल के नेताओं को चुनाव के वक्त ही आरक्षण की याद आती है । दलितों को गुमराह कर सत्ता हथियाने के बाद यह नेता दलितों को भूल जाते हैं उन्होंने भाजपा और दूसरे दलों के नेताओं से कहा कि उनमें जरा भी शर्म लिहाज है तो इस सरकार के खिलाफ मेरे साथ मन से जंग लड़ने के लिए खड़े हो ।
जयकिशन ने कहा कि 2007 में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मीरा कुमार ने निजी क्षेत्र में आरक्षण का प्रस्ताव पेश किया था तब विश्व हिंदू परिषद और RSS ने इसका विरोध क्यों किया था । इसका जवाब भाजपा के पास है ? क्या इसका जवाब सांसद उदित राज के पास है ? उन्होंने कहा कि देश का दलित भाजपा और दूसरों की साजिश को समझ चुका है और हर तबका चाहे दलित मुस्लिम पिछड़ा किसान मजदूर व्यापारी महिला युवाओं ने इन सभी ने बीजेपी से लड़ने के लिए जंग शुरु कर दी है और इस जंग का ऐलान राहुल गांधी ने किया है । उन सभी ने पत्र लिखकर आश्वासन दिया है कि बीजेपी की सरकार के खिलाफ जंग में वो सब राहुल गांधी के साथ हैं।