लोकेशन :- अमन विहार, दिल्ली
रिपोर्ट : प्रभाकर राणा
बाहरी दिल्ली के अमन विहार इलाके में हुआ एक दर्दनाक हादसा, ऑक्सीजन का सिलेंडर फटने से एक की मौत, 2 घायल। सिलेंडर लोड – अनलोड करते समय हुआ हादसा । पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी । आरोप है कि सिलेंडर रिफिल करने वाली कंपनी की लापरवाही के चलते हुए हादसा।
AA News में उपर तस्वीर है 40 वर्षीय रामू कुशवाह की जोकि पिछले कई सालों से अपने परिवार के साथ बाहरी दिल्ली के अमन विहार में रहते थे और इलेक्ट्रिक की दुकान चलाते थे और अभी कुछ महीने पहले ही उन्होंने अपने आसपास के नरसिंग होम और छोटे बड़े क्लीनिकों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई करने का काम शुरू किया था जिसके लिए किराड़ी के प्रताप विहार में इस दुकान को किराए पर लिया था और शुक्रवार को दिन में ऑटो में सिलेंडर को लोड करते समय उन्हें और साथ मे खड़े उनके रिश्तेदार (साला) लाखन सिंह को अचानक से गैस के लीक होने की आवाज हुई जिसके बाद लाखन सिंह तुरंत दुकान से बाहर आ गए जबकि मृतक रामू लीक होने वाले सिलेंडर को खींचकर कर बाहर लाने की कोशिश करने लगे कि तभी अचानक से एक दम जबरदस्त धमाका हो गया औऱ ऑक्सीजन का वो सिलेंडर फट गया। जिसमें रामू की दर्दनाक मौत हो गयी जबकि लाखन ओर एक पास से गुजर रहा एक अन्य वाहिद नाम का युवक घायल हो गए।
हादसे में है धमाके के बाद आसपास अफरा तफरी का माहौल बन गया। जिसके बाद मौके पर पहुँची पीसीआर वेन ने घायल को मंगोल पूरी के संजय गांधी अस्पताल में एडमिट कराया। इलाके में धमाके की सूचना मिलने के बाद पुलिस के आलाधिकारी टीम के साथ मौकाए वारदात का जायजा लेने के लिए पहुँचे। और क्रीम टीम आदि ने भी जांच के तौर पर सम्पल आदि लिए हैं। स्थानीय निवासी के अनुसार लीक होने वाला सिलेंडर ज्यादा पुराना था जिसकी वजह से वो नीचे तली की तरफ से गल जाने के कारण लीक हो गया जिसकी वजह से ये बड़ा हादसा हो गया। अगर ऐसा है तो सिलेंडर को रिफिल करने वाली कंपनी है हादसे की जिम्मेदार है क्योंकि शायद बिना हाइड्रो टेस्ट के ही रिफिल किये जाते हैं ऐसे सिलेंडर।
अमन विहार थान पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है औऱ मामला दर्ज कर तफ़्तीश में जुट गयी है। लेकिन अगर ये ऑक्सीजन सिलेंडर कहीं किसी अस्पताल आदि में फट जाता तो ओर भी बड़ा हादसा हो सकता था। ऐसे में इस हादसे को जिम्मेदार सिलेंडर को रिफिल करबे वाली कंपनी है, क्योंकि यदि ये सिलेंडरो की समय पर टेस्टिंग आदि करते तो शायद ये हादसा नही होता।