दिल्ली पुलिस में बीजेपी सांसद डॉ उदित राज के खिलाफ शिकायत। सांसद कार्यालय के अनुसार शिकायत बेबुनियाद
नई दिल्ली
सांसद डॉ उदितराज के कार्यालय से बात की गई तो साफ किया गया कि आरक्षण बचाने के संदर्भ में आयोजित इस रैली में कही भी मनु स्मृति या कुछ और भी नही जलाया गया । न ही पूरे आयोजन ने किसी भी जाति पर कटाक्ष नही किया । न ही ऐसा कोई वीडियो है ये सुनी सुनाई अफवाहों पर आधारित शिकायते हो सकती है जिनके पोलिटिकल मायने हो सकते हैं ।
दरअसल इस मामले के शिकायतकर्ता दिल्ली प्रदेश में आरक्षण संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष हैं और समिति की तरफ से यह शिकायत की गई है । दरअसल 26 दिसंबर 2017 को बीजेपी सांसद उदित राज द्वारा रामलीला ग्राउंड में रैली का आयोजन किया गया था शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस रैली में मनुस्मृति की प्रतियां जलाई गई शिकायतकर्ता का कहना है कि इस रैली में हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है साथ ही सांसद डॉ उदित राज आरोप है कि सांसद साहब के इस विद्वेषपूर्ण आशय से सनातन हिंदू धर्म वह धार्मिक विश्वासों का अपमान हुआ है। सांसद साहब ने संपूर्ण सनातन धर्म वह हिंदू संप्रदाय को अपमानित किया है इस कारण पूरे समाज में गुस्से का माहौल है। शिकायत में कहा गया है कि 26 – 12 – 2017 को रामलीला मैदान में आयोजित रैली में विश्व के प्रथम धर्म ग्रंथ मनुस्मृति को जलाकर न केवल भारतीय सभ्यता संस्कृति और मूल्यों का अपमान किया गया बल्कि रैली के माध्यम से अपमानजनक भाषा का भी जाति विशेष के लिए प्रयोग किया गया। शिकायतकर्ता ने दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई है कि सांसद साहब ने समाज में विनिवेश फैलाने की नियत से देश की एकता व अखंडता को खंडित कर देश में गृह युद्ध जैसे परिस्थितियां पैदा करने के प्रयास किए हैं । मनुस्मृति विश्व का सबसे प्राचीन न्याय विधान है । सनातनी हिंदू इस पवित्र ग्रंथ को साक्षात विष्णु का स्वरूप मानते हैं और धार्मिक ग्रंथ के रूप में इसका आदर करते हैं । आज भी देश के माननीय न्यायमूर्ति इससे नजीर पेश करते हैं और भारत में सामाजिक शिष्टाचार की आधारभूत संहिता है। इससे वैश्विक महत्व के प्रसिद्ध ग्रंथ का रैली में अपमान हुआ है इस रैली में सांसद साहब ने निजी फायदे के लिए आपसी भेदभाव व जातीय द्वेष फैलाने एवं देश में गृहयुद्ध फ़ैलाने की कोशिश की है।
आगे शिकायतकर्ता ने निवेदन किया है कि इस प्रकरण की गंभीरता का संज्ञान लेते हुए दोषी लोगों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की संगत धाराओ में मुकदमा दर्ज करें अब देखने वाली बात होगी कि एक सांसद द्वारा विद्वेषपूर्ण इस तरह के जो कार्य करने के उनके ऊपर आरोप लगे हैं उसके ऊपर दिल्ली पुलिस क्या संज्ञान लेती है ।
साथ ही रैली में मनु स्मृति जलाई गई या नही इसके कोई सबूत है या नही साथ ही सांसद साहब के भाषण में दूसरी जातियों के खिलाफ कुछ अपमानजनक था या नही ये भी वीडियो फुटेज से ही साफ हो पायेगा उसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो पाएगी । शिकायतकर्ता ने शिकायत कॉपी के साथ वीडियो सबूत दिए है ऐसा शिकायत में नजर नही आ रहा है । फिलहाल दिल्ली पुलिस खुद रैली आयोजको से वीडियो मांगकर भी जांच कर सकती है फिलहाल ये जांच जा विषय है । फिलहाल रैली में ऐसा कुछ होने से आयोजको की तरफ से मना किया गया है ।