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NEW DELHI
जहाँ अन्य विश्वविद्यालयों में CAA और NRC पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है ,वही दिल्ली यूनिवर्सिटी के CPDHE डिपार्टमेंट में डॉ . गीता सिंह के निर्देशन में एक प्रोग्राम कराया गया | इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संघ विचारक माननीय इंद्रेश कुमार जी थे। इस प्रोग्राम में मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के चांसलर फिरोज बख्त , जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर माजिद ,उच्च शिक्षा शास्त्री डॉ. आसिफ इकबाल जैसे विभिन्न वर्ग के विद्वान मंच पर उपस्थित रहे |
जहां इस प्रोग्राम में विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की उपस्थिति रही वहीं भारी संख्या में देश के कोने-कोने से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भारी मात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई | इस कार्यक्रम के माध्यम से देश में CAA और NRC को लेकर व्याप्त अफवाहों को दूर करने का पूरा प्रयास किया गया |
डॉ. गीता सिंह ने कार्यक्रम की शुरुआत देश की दृष्टि ,दिशा तथा विकास पर बात करते हुए की । डॉ. गीता सिंह ने शिक्षकों से अनुरोध करते हुए समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों में हो रहे हिंसात्मक व्यवहार के लिए चिंता जताई । उन्होंने कहा जीवन में भटकाव की स्थिति पैदा होती है तो समाज में हिंसात्मक काम होता है |
जब विचारों के स्तर पर प्रयास समाप्त हो जाते हैं तब मारपीट करने की नौबत आती है | CAA पर बात करते हुए उन्होंने कहा भ्रम की दीवार तोड़कर ही एक सशक्त निर्माण की सशक्त दिशा तय की जा सकती है | संवाद और संवेदना से ही किसी समस्या का हाल ढूढ जा सकता है । | मुख्य वक्ता के रूप में संघ विचारक माननीय इंद्रेश कुमार जी ने CAA पर बात करते हुए सत्य और भ्रम को उजागर किया | उन्होंने कहा भारतीयता को समझकर ही भारत का सच्चा नागरिक बना जा सकता है इंद्रेश कुमार जी ने कहा CAA का विरोध करने वाले लोगों को कहा की पहले इसे पढ़ ले ,जब तक आप इसे पड़ेंगे नहीं तब तक आप सत्य और भ्रम को नहीं समझ पाएंगे |
उन्होंने कहा बहुत से सियासी पार्टियां है जो इसके खिलाफ भ्रम फैला रही हैं इसके खिलाफ लोगों को विशेष रूप से विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों को भ्रम में डालकर हिंसात्मक काम करा रही हैं उन्होंने देश का आवाहन किया की पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के लिए आवाज उठाये | इसी कड़ी में डॉक्टर मजीद ने लोगो के बीच NRC और CAA पर जागरूकता फैलाने की बात की। छात्रों को भटकाव से बचने के लिए कहा। कुछ इसी लहजे में फिरोज बख़्त ने भी देश में सद्भाव और शांति को बनाये रखने की अपील की।