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नई दिल्ली, 24 दिसंबर
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से घर-घर तक गुरबाणाी व गुर इतिहास की जानकारी देने की जो मुहिम शुरु की गई, उसी कड़ी में कमेटी द्वारा गुरबाणी पर आधारित ‘‘खोज हीरे मोत्तियां‘‘ शुरु किया जा रहा है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन जतिंदर पाल सिंह गोलडी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम होगा जिस में गुरमति पर आधारित कीर्तन, कथा इतिहास की जानकारी देते हुए गुरबाणी की प्रतियोगिताएं कराई जायेंगी जिसमें बच्चों से लेकर बड़ी उम्र के लोग भी भाग ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि कीर्तन की श्रेणी में बच्चों के जत्थे, स्त्री सत्संग जथे, सोलो परफार्मेंस (जूनियर यूथ, सीनीयर) स्कूलों के ग्रुप, अखंड कीर्तनीय जत्थे, सभा सोसायटियां आदि भाग लेंगे। दूसरी श्रेणी गुरमति कथा में 14 वर्ष से 25 वर्ष तक के बच्चे व नौजवान शामिल होंगे। गुरमति साखी की श्रेणी में 7 से 13 वर्ष के बच्चे-बच्चियों को शामिल किया गया है। चैथी श्रेणी तंती साजों की है जिसमें 12 से 27 वर्ष तक के नौजवान हिस्से ले सकते हैं। पांचवीं श्रेणी तबला वाद्यन की है इसमें भी 12 से 25 वर्ष तक की आयु के बच्चे हिस्सा ले सकते हैं।
स. गोलडी ने बताया कि इन सभी के लिए जल्दी ही आॅडिशन शुरु किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रयास कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, हरजीत सिंह की पूरी टीम की अच्छी सोच के कारण संभव हो सका है और गुरु घर के महारन कीर्तनीय भाई मनोहर सिंह का अहम योगदान है जिन्होंने कार्यक्रम को तैयार करने के लिए बीते कई महीनों से उनकी कोर टीम द्वारा मेहनत की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रबंधकों द्वारा मुहिम शुरु की गई है अब संगतों का फर्ज बनता है कि स्वंय व अपने बच्चों को इस मुहिम का हिस्सा बना कर प्रोग्राम को सफल बनायें तांकि आने वाली पीढी के लिए यह प्रोग्राम मार्ग प्रशस्त कर सके।
उन्होंने पंथ के सरमायेदारों को इस कार्यक्रम को सपोंसर करने की भी अपील की तांकि नामचीन टी.वी चैनल इसे अपने टी.वी चैनल पर दिखा सकें। स. गोलडी ने संगतों को यह भी अपील कर कहा कि जो बच्चे इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते हैं वह दिल्ली कमेटी की वैबसाईट पर जाकर अपने रजिस्ट्रेशन करवायें या कमेटी के दफ्तर में भी संपर्क कर अपना नाम लिखवा सकते हैं।