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Swaroop Nagar
बाहरी- उत्तरी दिल्ली के स्वरूप नगर थाना एरिया में पुलिस पर लगाया चोरी करवाने का आरोप। सीसीटीवी में पहचानने के बाद स्थानीय लोगों ने चोर को रंगे हाथों गली में मोटरसाइकिल पर जाते हुए पकड़ा और पुलिस को दी सूचना। पुलिसकर्मी चोर को पकडे जाने पर मौके पर आए तो जिस मोटरसाइकिल पर सवार चोर था पुलिस के जवान ने कहा कि वह मोटरसाइकिल तो उस है पुलिसकर्मी की ही है। मोटरसाइकिल चोर के पास कैसे आई यह बताने से पुलिस के जवान ने मना कर दिया। लोगों ने विरोध किया और कहा कि पुलिस के जवान की मोटरसाइकिल जिसके ड्यूटी उसी एरिया में है उस पुलिस के जवान की मोटरसाइकिल चोर के चोर चला रहा था जिसके पास ओरिजिनल चाबी भी थी। मतलब लोगों का साफ आरोप है कि चोरों को बढ़ावा दिल्ली पुलिस ही दे रही है ।
जब लोगों ने ज्यादा विरोध किया तो पुलिसकर्मी ने चोरी हुई साइकिल के दो हजार रुपये देने चाहे पर लोगों ने मना कर दिया। साइकिल की चोरी भले ही छोटी थी लेकिन गरीब मजदूर की साइकिल चोरी हुई और चोर पुलिस की मोटरसाइकिल पर अगले दिन घूमते हुए मिलता है तो सवाल बड़े खड़े होते हैं । इस एरिया में चोरी की घटनाएं आम बात हो चुकी है। इसी महीने की बात करें तो इसी 4 किलोमीटर के दायरे में एक एटीएम को काटकर चोर चोरी कर ले गए थे साथ ही चार भैंसों की भी चोरी हुई थी और छोटी चोरियां भी आम बात है। दरअसल 22 दिसंबर को कादीपुर कॉलोनी से धर्मवीर नाम के एक शख्स की साइकिल चोरी हो गई। 23 दिसंबर को धर्मवीर को सुबह अपनी साइकिल नहीं मिली तो पड़ोसी को सीसीटीवी देखने के लिए कहा गया। पड़ोस के लोगों ने अपने घर में लगे सीसीटीवी को चेक किया तो एक युवक साइकिल चुराते हुए साफ नजर आया। लोगों को आशंका थी कि इस शख्स को गली में आते जाते हुए देखा गया है । अगले दिन फिर स्थानीय लोगों ने देखा कि वही लड़का जिसने साइकिल चुराई थी एक मोटरसाइकिल पर उसी गली में खड़ा है। लोगों ने मौके से उस लड़के को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी । लोगों का आरोप है कि पीसीआर तो आई नहीं लोकल पुलिस ने कहा कि वह इसे हैंडल कर लेंगे और लोकल पुलिस के जवान चोर को तुरंत ले गए और जिस मोटरसाइकिल पर चोर आया था वह मोटरसाइकिल पुलिसकर्मी का दावा था कि उस पुलिसकर्मी की ही है। लोगों ने कहा कि पुलिसकर्मी की मोटरसाइकिल चोर के पास कैसे आई वह भी जिसकी ड्यूटी उसी एरिया में हो । कहीं ना कहीं पुलिस की चोरों से मिलीभगत है । लोगों का आरोप है कि मोटरसाइकिल की ओरिजिनल चाबी भी साथ थी लोगों के पास मोटरसाइकिल के नंबर भी है जो पुलिसकर्मी की थी। जब लोगों ने ज्यादा विरोध किया तो पुलिसकर्मी ने खुद को फंसता देख मामले को शांत करना चाहा और कहा कि चोरी की साइकिल मिले ना मिले वह चोरी की साइकिल के भी पैसे दे देगा अब इस मामले को खत्म करें। सवाल बड़ा खड़ा होता है कि पुलिस कैसे लोगों का दिन जीतेगी ।
जब खुद ही चोरों के साथ मिली हुई नजर आएगी। इस मामले में उत्तरी पश्चिमी जिले के डीसीपी गौरव शर्मा को व्हाट्सएप के जरिए पूछा गया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया और ना ही फोन उठा कर इस मामले में बताया कि क्या मामला दर्ज किया गया है । स्वरूप नगर थाना एसएचओ ने भी इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया और कहा कि वह बाहर है । स्थानीय लोगों को भी पुलिस द्वारा इतना ही बताया गया कि इस मामले की जांच की जा रही है उसके बाद ही जाकर FIR होगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय विधायक संजीव झा को भी लोगों ने बुलाया और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए ।
अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस पुलिस के जवान पर कोई कार्रवाई करती है या नहीं करती और चोर भी कौन है उसका खुलासा या उसके खिलाफ भी कोई मामला दर्ज करेगी या नहीं यह तो वक्त बताएगा। लेकिन दिल्ली में जब भी चोरी होगी दिल्ली पुलिस की करतूत लोगों को जरूर याद याद आएगी कि दिल्ली में चोर जब पुलिस की मोटरसाइकिल पर पुलिसकर्मियों के साथ ही चलते हैं तो कैसे चोर यहां रुकेगी ।