AA NEWS
DELHI
स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने नारेबाजी कर जताया विरोध । इनका आरोप है कि इनकी दुकान है 21 मार्च से बंद है जनता कर्फ्यू के से अब तक इनकी दुकानें नहीं खुली है ।
जहांगीरपुरी में शुरुआत में काफी संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस आये थे और यहां कंटेनमेंट जोन बनाया गया था ।
इन लोगों का कहना है कि उसके बाद अधिकतर पेशेंट ठीक हो कर घर आ चुके हैं लेकिन यहां मार्केट खोलने की अनुमति नहीं दी गई।
यहां के लोगों का आरोप है कि दिल्ली के दूसरे एरिया में इससे ज्यादा केस होने के बावजूद भी वहां की मार्केट खुली है।
इन लोगों का कहना था कि शालीमार बाग में जहांगीरपुरी से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस है और वहां की सभी मार्केट को खोलने की अनुमति है तो फिर जहांगीरपुरी की मार्केट को क्यों नहीं अनुमति दी गई।
यहां के दुकानदार आर्थिक हालात के कारण काफी परेशान है हर दुकान पर कई दूसरे लोगों को भी रोजगार मिला हुआ था । सभी के रोजगार और काम 21 मार्च के बाद से बंद है ।
इसलिए इन लोगों को कहना है कि डीएम ने आश्वासन दिया था कि जल्दी इनकी मार्केट को खोलने की अनुमति दे दी जाएगी लेकिन उसके एक सप्ताह बीतने के बाद इनकी मार्केट को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है ।
इसलिए स्थानीय लोग और ये दुकानदार दिल्ली सरकार के खिलाफ गुस्से में है।
कांग्रेस के स्थानीय नेता और कांग्रेस की निगम पार्षद के पति भी इन व्यापारियों के साथ यहां शामिल थे और डीएम कार्यालय पर वे ज्ञापन देने भी गए थे।
अब देखने वाली बात होगी कि सरकार उनकी मांग को पूरा करती है या नहीं।