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जगतपुर एक्सटेंशन
इस वीडियो में देखिए पूरे हालात कालोनी के
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बुराड़ी विधानसभा की जगतपुर एक्सटेंशन कॉलोनी हुई बदहाल। जगतपुर एक्सटेंशन कॉलोनी के सभी लोग जनप्रतिनिधियों से बेहद नाराज। लोगों ने अगले चुनाव में जनप्रतिनिधियों से जवाब लेने की तैयारी की है।
दरअसल जगतपुर एक्सटेंशन कॉलोनी बुराड़ी विधानसभा के अंतर्गत आती है और यहां के हालत देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि यह देश की राजधानी दिल्ली है यहां गलियां पानी से लबालब भरी है गली नंबर 6 के हालात तो उस पूरी कॉलोनी से बदतर है साथ इसके आसपास की कई दूसरी गलियों में भी काफी ज्यादा जलभराव है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि जगतपुर के साथ सौतेला भेदभाव किया जा रहा है जगतपुर एक्सटेंशन पर पार्षद व विधायक ध्यान दे रहे हैं।
निगम पार्षद रेखा सिन्हा ने जरूर अपना पक्ष रखा है और कहा कि कॉलोनी में निगम के नाते वह निर्माण का काम नहीं कर सकते। निर्माण का काम करने की अथॉरिटी दिल्ली सरकार के पास है। निगम पार्षद ने कहा कि दिल्ली सरकार उस गली को ऊंचा करेगी तभी निगम वहां पर साफ-सफाई कर पाएगा। अकेली साफ सफाई से जलभराव की समस्या दूर नहीं हो सकती।
इस मुद्दे पर स्थानीय विधायक संजीव झा से भी बात करने की कोशिश की तो वह जरूरी मीटिंग में बिजी होने के कारण अपना पक्ष इस मुद्दे पर अभी तक नहीं रख पाए हैं। यहां के स्थानीय निवासियों ने बताया कि बड़ी आशा के साथ उन्होंने पिछले चुनाव में यहां से विधायक संजीव झा को जीताया था लेकिन अब शायद जगतपुर एक्सटेंशन को संजीव झा भूल गए हैं। यहां बुजुर्ग और बच्चे इन लबालब भरे पानी की गलियों से निकल तक नहीं पाते। इन गलियों में गरीब लोग रहते हैं कुछ परिवार की महिलाएं छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर भी अपने परिवार का भरण पोषण कर रही थी अब इन गलियों में ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों ने आना बंद कर दिया है। इन गलियों से जो बच्चे स्कूलों में जाते थे उनकी पढ़ाई में काफी नुकसान हो रहा है क्योंकि छोटे बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं और बुजुर्ग भी घरों से नहीं निकल पा रहे हैं।
यहां गलियां पानी से लबालब भरी है और पिछले 6 महीने से लगातार यही समस्या बनी हुई है यहां के लोगों का आरोप है कि यहाँ नौबत घर खाली करने तक की आ गई है लेकिन जनप्रतिनिधि बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि वे इस बात पर विचार कर रहे है कि पूरा जगतपुर एक्सटेंशन आगामी चुनावों का भी बहिष्कार कर सकता है।
बुराड़ी विधानसभा भी उन 20 विधानसभाओं में है जहां विधानसभा के उपचुनाव हो सकते हैं यदि बुराड़ी विधानसभा में चुनाव होते है तो मौजूदा जनप्रतिनिधियों को यहां वोट शायद ही मिले।
जगतपुर एक्सटेंशन कॉलोनी के सभी लोग जनप्रतिनिधियों से बेहद नाराज है और अगले चुनाव में जनप्रतिनिधियों से जवाब लेने की तैयारी कर ली है ।
जगतपुर एक्सटेंशन कालोनी बुराड़ी विधानसभा के अंतर्गत आती है और यहां के हालत देख के कोई यह नहीं कह सकता कि ये देश की राजधानी दिल्ली है।
यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि नगर निगम यहां बाहर के नालों की सफाई करें तो काफी हद तक यह पानी उन नालो के जरिए उतर सकता है। नालो के अंदर गंदगी जमा हो गई है और नाले लबालब भरे हैं , जब तक उन नालों की सफाई नहीं होगी तो इस पानी का निकास नहीं होगा। लोगो का आरोप है कि इन नालों की सफाई करने की जिम्मेदारी निगम पर है क्योंकि यह ये नालियां नगर निगम के अंतर्गत आती है।
इस बारे में जब स्थानीय निगम पार्षद रेखा सिन्हा से बात की गई तो उनका कहना है कि जो नालियों और गलियों की सफाई है वह निगम कर्मचारी लगातार कर रहे हैं लेकिन ये गलियां काफी नीचे हैं और जब तक इन गलियों को ऊंचा नहीं उठाया जाएगा जब तक इनके पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। रेखा सिन्हा ने बताया कि वह खुद भी कई बार विजिट करके वहां की महिलाओं के साथ पूरा मौका मुआयना देख कर आई है जहां समाधान सिर्फ तभी हो सकता है जब इन गलियों को बनाया जाए। रेखा सिन्हा ने कहा कि गलियों में निगम पार्षद और MP अपना फंड नहीं लगा सकते वहां पर फंड लगा सकती है तो दिल्ली सरकार लगा सकती है । रेखा सिन्हा ने कहा कि स्थानीय विधायक इन गलियों को ऊंचा बनवा देते हैं तो उनकी सफाई रखरखाव और नालियों की सफाई का काम निगम अच्छे ढंग से कर सकता है लेकिन गलियां बनाने का काम दिल्ली सरकार का है। कहीं न कहीं इन लोगों की परेशानी दिल्ली सरकार की वजह से बनी हुई है यह कहना है स्थानीय निगम पार्षद रेखा सिन्हा का लेकिन लोगों का आरोप नगर निगम पर भी है उनका कहना है कि बाहर की जो नालियां है उन्हें भी नगर निगम के कर्मचारी साफ करने नहीं आते इस बारे में स्थानीय विधायक संजीव झा मीटिंग में व्यस्तता के कारण अपना पक्ष नहीं रख पाए हैं। फिलहाल यहां के लोग जनप्रतिनिधियों से बेहद नाराज है और आगामी चुनाव में इन नेताओं को जवाब देने का मन बना लिया है।
मौजूदा जनप्रतिनिधि जगतपुर एक्सटेंशन में वोट मांगने जाएगा तो वहां के लोगों के तीखे सवालों के जवाब इन जनप्रतिनिधियों को देने होंगे चाहे वह जनप्रतिनिधि रेखा सिन्हा हो चाहे जनप्रतिनिधि विधायक संजीव झा हो। फिलहाल यहां समस्या का समाधान नजर नहीं आ रहा है और लोग यह नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं ।