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देश की राजधानी दिल्ली के कैट्स एम्बुलेंस सेवा 2 अगस्त मंगलवार से पूरी तरह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगी –कैट्स एम्बुलेंस वेलफेयर ऐसोशियेसन की आज मुंडका इलाके में हुयी सभा में करीब 1000 के करीब कैट्स कर्मचारियों की सभा में यह फैसला हुआ की दिल्ली में मंगलवार से कैट्स एम्बुलेन्स की गाड़ियां नहीं चलने दी जायेंगे -सरकार चाहे तो एस्मा लगा दे । कैट्स के निजीकरण और विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार का कर रहे है कर्मचारी विरोध … एम्बुलेंस नही चलने से होगी मरीजो को परेशानियाँ …
दिल्ली के मुंडका में हो रही कैट्स वेलफेयर ऐसोशियेसन की इस सभा से दिल्ली सरकार के हाथ पांव फूल सकतें है क्यूंकि मंगलवार से दिल्ली में कैट्स एम्बुलैंस के सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं और मंगलवॉर सुबह 8 बजे से ये कैट्स की गाड़ियां नहीं चलेंगी –इन कैट्स ऑफिसरों का आरोप है दिल्ली सरकार ने एक भ्रस्ट कंपनी के साथ इसका निजीकरण किया गया है जोकि सरासर गलत है और अब BVG नाम की ये कंपनी पहले से कई राज्यों में ब्लैक लिस्टिड है बावजूद इसके कैट्स के रख रखाव का ठेका इसी दे दिया गया जिसके बाद ही ये कम्पनी लगातार कैट्स के कर्मचारियों का हर तरह से शोषण कर रही है, जिसके विषय में कैट्स यूनियन और कर्मचारी सैकड़ो बार सरकार को शिकायत कर चुके हैं और कई बार साबुत भी दे चुके हैं बावजूद इसके इन्हे सिवाए अस्वाशन के कुछ नहीं मिला बल्कि कार्यवाही के नाम पर शिकायतकर्ता कर्मचारी को और ज्यादा परेशान लिया जाता है
दिल्ली में आपात स्थिति में कैट्स सेवाओं का बाधित होना बहुत बड़ी चिंता का विषय है –अस्पतालों से मरीजों को ट्रांसफर करने से लेकर सड़क और अन्य हादसों में कैट्स की सेवाओं का न होने का असर क्या होगा यह समझा जा सकता है — स्वत्रता दिवस के चलते दिल्ली हाई अलर्ट पर है कोई बड़ा हादसा हुआ तो दिल्ली में एम्बुलेंस ही नहीं होगी तो क्या हाल होगा –शायद यही वजह है की दिल्ली सरकार ने इन्हे एस्मा लगाने की चेतावनी भी दी है लेकिन इन्हे इसकी भी फ़िक्र नहीं है क्योंकि सरकार से हुई साड़ी बातचीत और मीटिंग आदि सभी बेनतीजा निकली हैं ऐसे में इनके पास सिवाय हड़ताल के और कोई चारा नहीं बचा है।
कैट्स की एम्बुलेंस की जानकारी देते हुए उसकी बदहाली और खस्ता हाल की दास्तान एक कर्मचारी ने बयान करते हुए बताया की कैट्स की ये एम्बुलेंस बस नाम मात्र की ही एम्बुलेंस रह गयी हैं इनके ज्यादातर उपकरण ख़राब पड़े हैं और प्राथमिक उपचार में काम आने वाली मेडिसिन्स आदि भी या तो हैं ही नहीं या फिर एक्सपायर हो राखी हैं। गाडी के ज्यादातर AC भी काम नहीं करते हैं. दिल्ली में करोड़ो की पोपुलेशन पर पूरी दिल्ली में वैसे ही मात्र 265 एम्बुलेंस हैं और अब वो भी अब नहीं चल पाएंगी तो ऐसे में एक्सीडेंट और अन्य हादसों में घायल लोगो को समय पर इलाज कैसे मिल सकेगा / यदि कोई गरीब मर रहा होगा तो कोई सरकारी एम्बुलेंस दिल्ली मे उसे अस्पताल पहुंचने के लिए नहीं होगी। और ऐसा ही हाल कल से लगातार होगा। … दिल्ली में कल से लोगो को एम्बुलेंस की जरूरत पड़ी तो उन्हें जवाब मिलेगा की हड़ताल की वजह से आपको एम्बुलेंस नहीं मिल सकेगी।
कैट्स एम्बुलेंस यूनियन ने साफ़ कर दिया कि हमने २१ दिन पहले ही इस हड़ताल के लिए सरकार को सुचना दे दी थी और अब ये लड़ाई आर पार की है और हम हड़लात करना नहीं चाहते लेकिन इसके सिवाय अब हमारे पास कोई और रास्ता भी नहीं है साथ ही अब मरीजों और घायलों को होने वाली परेशानी की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. और अब कैट्स एम्बुलेंस न होने की वजह से दिल्ली में बड़ी दिक्कत आती दिखाई दे रही है ..