अस्पताल में कारडियो एवं नैफरोलाजी की ओपीडी 6 महीने में शुरु करेंगे: सिरसा
संगत को बढ़ चढ़ कर कार सेवा में योगदान डालने की अपील
दुनिया का पहला अस्पताल होगा जिसमें दवाई के साथ साथ दुआ भी मिलेगी
AA News
New Delhi
नई दिल्ली 17 नवम्बर: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी ने गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पुरब मौके गुरु हरिकृष्ण इंस्टीचियूट आफ मैडीकल साईंस एवं रिसर्च अस्पताल (बाला साहिब अस्पताल) के पुनः निर्माण के लिए कार सेवा आज बाबा बचन सिंह जी द्वारा शुरु की गई। इस कार सेवा को शुरु करने की अरदास प्रकाश पुरब वाले दिन की गई थी।
इस मौके संगत को सम्बोधन करते हुए दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिन्दर सिंह सिरसा ने बताया कि इस 550 बिस्तरों वाले अस्पताल को हम अप्रैल 2021 में गुरु तेग बहादुर जी के 400 साला प्रकाश पुरब मौके मुकम्मल करके शुरु करने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब संगत 400 साला प्रकाश पुरब की अरदास कर रही होगी, तब इस अस्पताल की शुरुआत अपने आप में संगत के लिए सौगात होगी।
सः सिरसा ने कहा कि इस अस्पताल की सेवा बाबा हरबंस सिंह जी कार सेवा वालों के गददीनशीन बाबा बचन सिंह जी ने करने ककी हमारी विनती प्रवान करके बहुत बड़ा उपकार किया है। उन्होंने कहा कि बाबा हरबंस सिंह जी इकलौते ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कार सेवा की। उन्होंने कहा कि परमात्मा का कोटि कोटि धन्यवाद करते हैं कि गुरु साहिब के 550वें प्रकाश पुरब मौके हमें यह अस्पताल की सेवा बख्शी है एवं अस्पताल जो खण्डर बन चुका था, उसकी पुनः उसारी शुरु की गई है।
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोग 55 बीघा पुनः उसारे जा रहे अस्पताल के निर्माण के लिए उनसे रोड मैप पूछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास तो सिर्फ यही रोड मैप है कि वह झोली फैलाकर संगत में जायंेगे एवं संगत से अपील करेंगे कि अस्पताल शुरु करने के लिए बाबा बचन सिंह जी कार सेवा वालों को बड़ चढ़कर योगदान दें। उन्होंने कहा कि संगत के योगदान से ही यह प्रोजैक्ट ना सिर्फ मुकम्मल होगा बलिक शुरु होने के बाद आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में कारडीयोलाजी एवं नैफरोलाजी की ओपीडी अगले 6 महीनों मंें शुरु करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि 100 सीटों को मैडीकल कालेज साल 2022 जबकि 60 सीटों का नर्सिंग कालेज 2020 तक शुरु करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल को अति आधुनिक मश्ीनाों से लैस किया जायेगा एवं हर तरह के रोगों के माहिर डाक्टर्स की टीम यहां पर लगाई जायेगी।
सः सिरसा ने इस मौके यह भी बताया कि कुछ लोग उनके बारे में बोल रहे हैं कि उनका पिछोकड़ गुरु घर वाला नहीं है इसलिए उन्हें बताना चाहता हूं कि वह तो गुरु घर के कूकर हैं और अरदास करते हैं कि पीडी दर पीडी हम गुरु घर के कूकर बन कर रहें पर हमारा पिछौकड़ गोलक चोरी वाला ना हो। जिन्होंने गोलक चोरी की हैं, उनका पिछौकड़ गोलक चोरी वाला हो सकता है।
वर्णनयोग्य है सः सिरसा ने स्वयं अस्पताल की कार सेवा के लिए 1 करोड़ 1 लाख रुपये का योगदान दिया जबकि महासचिव हरमीत सिंह कालका ने शटरिंग की सारी सेवा ली है। इसके इलावा परमजीत ंिसह राणा ने 5 लाख एवं अनके संगतों ने एक एक लाख रुपये का योगदान दिया है।
दिल्ली कमेटी महासचिव हरमीत सिंह कालका ने स्टेज सैकेट्री की सेवा निभाई एवं उन्होंने बताया कि काफी मुश्किलों के बाद यह अस्पताल शुरु किया गया पर पुरानी कमेटियों की नाकामियों के कारण बिल्डिंग खण्डर बन गई। आज मौजूदा कमेटी द्वारा फिर से कार्य शुरु किया गया और उम्मीद है कि गुरु महाराज की मेहर से अस्पताल जल्द शुरु किया जायेगा। कालका ने कहा यहां दवाई के साथ साथ दुआ भी दी जायेगी जिससे मरीज जल्द अच्छे हो सकेंगे। यहां खाली मरीजों का इलाज ही नहीं किया जायेगा बल्कि बड़ी गिनती में डाक्टर्स और नर्स भी तैयार किये जायेंगे जो आगे चलकर मरीजों की सेवा करेंगे।
इस समागम में तख्त श्री पटना साहिब कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित एवं अस्पताल के लिए लम्बे समय से संघर्श कर रहे दिल्ली कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह भोगल ने भी इस अस्पताल के पिछौकड़ के बारे में जानकारी दी गई। जत्थेदार हित ने बतााय कि अस्पताल के लिए पहले जमीन हासिल करने के लिए संघर्श करना पड़ा और फिर जत्थेदार कुलदीप सिंह भोगल ने इसके लिए लम्बे समय तक ल़ड़ाई लड़ी और अब सिरसा की अगुवाई वाली कमेटी ने इसका निर्माण पुनः शुरु करवाया है। उन्हांेने संगतों से अस्पताल के निर्माण बड़ चड़कर योगदान की अपील की।
इस मौके पर अन्य के इलावा दिल्ली कमेटी की वरिश्ठ उपाध्यक्षा बीबी रणजीत कौर, सदस्य सरवजीत सिंह विर्क, आत्मा सिंह लुबाणा, जतिन्दरपाल सिंह गोल्डी, तरवन्दिर सिंह मारवाह, भुपिन्दर सिंह भुल्लर, तख्त पटना साहिब के महासचिव महिन्दरपाल सिंह ढिल्लो सहित बड़ी गिनती में गणमान्य शख्सीयतें मौजूद रहीै।