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Azadpur Delhi
नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की आजादपुर मंडी में रात के मर्डर के बाद सुबह एक और घायल शख्स मिला जिसकी बाद में मौत हो गई। इस शख्स के हाथ पैर बंधे हुए थे और शरीर पर चोट के निशान थे। दोनों हत्या के मामले आपस में जुड़े हैं या अलग अलग है यह जांच का विषय। महिंद्रा पार्क थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी।
बीती रात नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की आजादपुर मंडी में एक शख्स की डेड बॉडी बोरे में बंद मिली थी और सुबह एक युवक जिसका नाम वेद प्रकाश है और उम्र 23 साल है और सब्जी बेचने का काम करता था उसके हाथ पैर बंधे हुए और घायल अवस्था में मिला। जब तक अस्पताल लेकर जाते उससे पहले ही उसकी मौत हो गई। मृतक वेद प्रकाश जहांगीरपुरी H ब्लॉक की झुग्गियों का रहने वाला है इसके माता-पिता की मौत हो चुकी है अपनी मौसी के घर पर ही खाना खाने के लिए जाता था, दूसरा उसका कोई जानकार यहां नहीं है। महिंद्रा पार्क थाना पुलिस ने वेद प्रकाश के शव को पोस्टमार्टम के लिए बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भेज दिया है और पूरे मामले की जांच में जुटी है ।
सुबह वेदप्रकाश के मिलने से पहले उसके ही एक जानकार लोकेश नाम के शख्स की भी हत्या आजादपुर मंडी में ही कर दी गई थी।
इस मामले में एक शख्स को परिजनों ने मौके से पकड़ कर पुलिस को दिया है उससे पूछता जा रही है जो डेड बॉडी के बोरे के पास मिला था। फिलहाल इन दोनों हत्याओं का आपस में कोई संबंध है या अलग-अलग हत्या है यह तो जांच का विषय है।
फिलहाल महिंद्रा पार्क थाना पुलिस जांच में जुटी है लेकिन एक ही मंडी में एक रात में इस तरह दो दो हत्याएं हो जाना मंडी की कानून व्यवस्था पर कई बड़े सवाल खड़े करता है ।
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सराय रोहिल्ला थाना पुलिस ने एक ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया जिसके पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद
दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिले में आज पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि सराय रोहिल्ला थाना पुलिस स्ट्रीट क्राइम की घटनाओं को देखते हुए बावर्दी और सादी वर्दी में अपने स्टाफ को अलग-अलग जगह पर पेट्रोलिंग के लिए भेजती है और सेंसिटिव एरिया की पूरी नजर रखी जाती है ।
कल 9:30 बजे शाम के वक्त पुलिस टीम ने एक शख्स को मोटरसाइकिल पर आते हुए देखा पुलिस ने उसे रुकने के लिए संकेत किया तो उसने मोटरसाइकिल को नहीं रोका बल्कि यू टर्न लेकर भागने लगा। पुलिस के स्टाफ ने तुरंत उसे पकड़ा और पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम संजीव उर्फ सोनू बताया है और जिसकी उम्र 20 साल है।
जब उससे मोटरसाइकिल के डाक्यूमेंट्स मांगे गए तो वह कोई डाक्यूमेंट्स नहीं दे सका और उसके उस मोटरसाइकिल के जांच के बाद पता चला कि यह मोटरसाइकिल अशोक विहार थाना एरिया से चुराई गई है। इसके बाद इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया इसके पास से चोरी की यह मोटरसाइकिल बरामद हुई है और 2 चोरी के केस हल हुए हैं
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श्रवण जयंती विहार में एक संस्था व दिल्ली पुलिस ने महिलाओं में सैनेटरी पैड बांटकर महिला दिवस मनाया
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक संस्था के माध्यम से पुलिस के साथ मिलकर आज नरेला इलाके की स्वर्ण जयंती विहार कॉलोनी में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किए गए. साथ ही महिलाओं को महावारी से संबंधित होने वाली बीमारियों के लिए भी जागरूक किया गया.
महिलाओं को बताया गया कि जिस तरह से महामारी महिलाओं के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है जिसके बिना महिलाएं अधूरी है. महिलाओं को अपने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए भी कपड़ों की जगह सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे महिलाओं का जीवन सुरक्षित रह सकता है.
संस्था के पदाधिकारी ने महिलाओं को बताया ओर जागरूक कर माहवारी के दौरान सुरक्षा उपायों को अपनाए ओर अपने जीवन को सुरक्षित बनाये. माहवारी चक्र महिलाओं में नियमित प्रक्रिया है इसपर महिलाओं कि ओर से भी सवाल पूछे गए, जिसको लेकर कई महिलाओं में भ्रम की स्थिति को जागरूकता अभियान के द्वारा दूर किया गया.
साथ ही महिला पदाधिकारी ने बताया कि आज भी हमारे देश में दूरदराज के गांवों की महिलाएं माहवारी के समय सेनेटरी पैड की जगह कपड़े का प्रयोग करती हैं, जिससे महिलाओं को इंफेक्शन फैलने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है. महिलाओं को अपना जीवन सुरक्षित रखने के लिए सेनेटरी पैड का प्रयोग करना चाहिए. स्वर्ण जयंती विहार इलाके की महिलाएं ज्यादातर इस बारे में जागरूक हैं और वह पहले से ही सेनेटरी पैड का प्रयोग कर रही हैं.
साथ ही इस मौके पर इलाके के पुलिस अधिकारी और महिलाएं पुलिसकर्मी भी मौजूद थी, जिन्होंने महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किए. बुजुर्ग व युवा महिलाओं को महावारी से होने वाली संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूक कर उन्हें माहवारी से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया. महिला दिवस के अवसर पर सामाजिक और कामकाजी महिलाओं की यह अच्छी पहल है जो एक दूसरे के जीवन को संवारने के लिए काम कर रही हैं. इस तरह के जागरूकता अभियान केवल महिला दिवस के अवसर पर नहीं, नियमित तौर पर भी चलाए जाने चाहिए.
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…”रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन” के चुनाव 26 मार्च को
प्रत्याशी वकीलों ने तैयारियां शुरू की
रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव नजदीक आ रहे हैं और रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशियों ने अपने अपने मुद्दे वकीलों के सामने रखने शुरू कर दिए हैं । बार एसोसिएशन के एक्स लाइब्रेरी मेंबर योगेश पांडेय ने कहा कि पिछले कार्यकाल में जब वह लाइब्रेरी मेंबर बने तो उन्होंने DJ साहब के सहयोग से फंड मुहैया करवाकर लाइब्रेरी का उद्धार करवाया और काफी अच्छी लाइब्रेरी अब यहां वकील भाइयों को मिली हुई है।
योगेश पांडेय ने कहा कि वह लाइब्रेरी मेंबर थे इसलिए कुछ दूसरे मुद्दे छूट गए जैसे वकीलों के चैंबर ब्लॉक में मोबाइल के सिग्नल की दिक्कत है इंटरनेट की समस्या साथ ही उन्होंने जल बोर्ड के पानी की समस्या को भी उठाया उनका कहना है कि आज भी वकीलों के चैंबर ब्लॉक में समर्सिबल का जमीन का पानी फिल्टर होकर आता है। दिल्ली जल बोर्ड का पानी उन्हें नहीं मिलता। यदि वह वाइस प्रेसिडेंट का चुनाव जीतते हैं तो यह काम उनकी प्राथमिकता होगी। साथ ही उन्होंने पार्किंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि रोहिणी कोर्ट में वकीलों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं है यदि थोड़ा सा भी कोई वकील लेट होता है तो उसे पार्किंग की व्यवस्था नहीं मिलती उसे बाहर सड़कों पर गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है ।
कई बार गाड़ियां चोरी भी हो जाती है इस तरह के मुद्दे योगेश पांडेय ने उठाए और कहा कि यदि वे वाइस प्रेसिडेंट का चुनाव जीतते हैं तो वह सब इन मुद्दों को हल करवाएंगे और क्या-क्या मुद्दे उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार योगेश पांडेय ने उठाए आप उन्हीं से सुनिए
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रिपोर्ट : आशीष ठाकरान
एक शख्स ने 51 हजार लोगों के Eye चैकअप की मुहिम शुरू की
आंखों के ऑपरेशन व दवाई आदि का खर्च भी उठाएगा ये शख्स
बाजीतपुर ठाकरान गांव के एक शख्स ने 51 हजार लोगों के आई चैकअप व उनके इलाज की मुहिम शुरू की
बाहरी दिल्ली के बाजीतपुर ठाकरान गांव के समाजसेवी व आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अशोक नैन व उनकी पत्नी मनीषा ने आंखों की जांच व आंखों के ऑपरेशन आदि के लिए मुहिम शुरू की।
उन्होंने बताया कि इनका टारगेट 51000 लोगों की आंखों का चेकअप और जरूरतमंदों का इलाज करवाना है। यदि चेकअप में किसी की आंखों को ऑपरेशन आदि की भी जरूरत पड़ती है तो वह भी पूरा खर्च ये स्वयं उठाएंगे ।
इन्होंने इसकी शुरुआत अपने क्षेत्र से की है इसके बाद ये धीरे-धीरे नरेला बवाना से आसपास के और दूसरे गांव की तरफ भी बढ़ेंगे और वहां पर भी जाकर वह उस तरह के आई चैकअप कैंप लगाएंगे । अशोक नैन व मनीषा को गांव के लोग भी बधाई दे रहे हैं और आज भी बड़ी संख्या में लोगों ने गांव में आई चेकअप कैंप में अपनी आंखों का चेकअप करवाया।
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शालीमार बाग में फिर से अटल रसोई की शुरुआत हुई, ₹10 में मिलेगा भरपेट भोजन
शालीमार बाग के BN ब्लॉक मार्केट में अटल रसोई व दीनदयाल आहार केंद्र की फिर से शुरुआत की गई है। इस रसोई को कोरोना संकट के दौरान बंद करना पड़ा था और अब फिर शेष रसोई का आज उद्घाटन कर शुरू कर दिया गया है। शालीमार बाग वार्ड नंबर 63N में यह रसोई बनी हुई है। रसोई में भोजन लेने का समय दिन के 11:00 बजे से 2:00 बजे तक होगा इससे आसपास के बड़ी संख्या में गरीब लोगों को फायदा होगा जो मात्र ₹10 के शुल्क में भरपेट भोजन ले पाएंगे।
आज इसका उद्घाटन बीजेपी के निगम पार्षद तिलक राज कटारिया ने किया। आज दोपहर 11:00 बजे उद्घाटन कर इसकी शुरुआत कर दी गई है। जरूरत है इस तरह की रसोइयों की संख्या दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में बढ़ाई जानी चाहिए ताकि कोई भी इंसान भूखे पेट ना रहे।
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Rohini Sec.11
सार्वजनिक शौचालय न होने से बाजार के लोग परेशान
महिलाओं व पुरुषों ने जताई नाराजगी
रोहिणी सेक्टर 11 में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लोगों का कहना है कि रोहिणी सेक्टर 11 काफी बड़ा इलाका है और यहां पर एक भी पब्लिक टॉयलेट नहीं है. लोगों को इलाके में पब्लिक टॉयलेट ना होने के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इलाके में 3 साप्ताहिक बाजार भी लगते हैं और उन बाजार में महिलाएं भी खरीदारी करने के लिए आती हैं, सभी को इस समस्या से जूझना पड़ता है. इलाके के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी सालों से निगम और पीडब्लूडी से सार्वजनिक शौचालय बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक लोगों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
इलाके के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी ने बताया कि वह आरडब्ल्यूए के माध्यम से पिछले कई सालों से सरकार और निगम से शौचालय बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन एक बार भी निगम और दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने जनता की मांग पर ध्यान नहीं दिया है. इसके लिए सांसद, विधायक और निगम पार्षद सभी का दरवाजा खटखटा चुके है लेकिन कोई फायदा नही हुआ. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इलाके में एक भी पब्लिक शौचालय नहीं है. पुरुष तो कहीं भी दीवार व गाड़ियों की आड़ में शौच मुक्त हो जाते हैं, लेकिन महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है. इलाके में 3 साप्ताहिक बाजार इलाके में लगते हैं करीब पांच सौ के आसपास दुकानें होती हैं और सैकड़ों की संख्या में लोग बाजार में खरीदारी करने के लिए आते हैं, सभी लोग पब्लिक शौचालय के जाना होता है और मजबूरी में इधर उधर जाकर शौच करते हैं, जिससे इलाके में गंदी बदबू फैलती है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि लोग दीवार के नीचे खड़े होकर शौच करते हैं, खासकर स्कूलों, घरों व सार्वजनिक भवनों की दीवार को भी लोग नहीं छोड़ते. इस समस्या से निजात पाने के लिए लोग अपने घरों के बाहर ढि दीवारों पर भगवानों की तस्वीर भी दीवारों पर लगवा चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी लोग दीवार की आड़ में शौच करते है. आरडब्लूए कई सालों से शौचालय बनाने की मांग कर रही है, लेकिन दिल्ली सरकार व निगम की ओर से एक बार भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया. जिसका खामियाजा इलाके के लोगों को गंदगी के रूप में उठाना पड़ रहा है.
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देश में खुले में शौच मुक्त व उज्ज्वला योजना की खुली पोल
खुले में शौच वह उज्जवला योजना की पोल खुद देश की राजधानी दिल्ली में खुली
40 साल से ज्यादा पुरानी कॉलोनी में लोग घरों में लकड़ियों से बनाते हैं खाना
कॉलोनी में नहीं है कोई सार्वजनिक शौचालय
रेलवे लाइन के किनारे शौच को मजबूर है यहां महिलाएं
बच्चे यहां आज भी रात में मोमबती जलाकर करते है पढ़ाई
हम बात कर रहे हैं दिल्ली के नरेला विधानसभा के अंतर्गत रजापुर कॉलोनी जो इंदिरा बस्ती के नाम से मशहूर है। 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत यहां भारत सरकार ने इस कॉलोनी को बसाया था। इंदिरा गांधी के शासन काल में इस कॉलोनी को इंदिरा गांधी द्वारा बसाया गया था और यहां पर इन लोगों को यह जगह अलॉट की गई थी। इस जगह पर आज तक न तो बिजली आई और ना ही जल बोर्ड की लाइन बिछी। गलियां बननी तो दूर की बात। कॉलोनी में करीब 100 के आसपास घर हैं जिनमें गरीब लोग रहते हैं। इस कॉलोनी को बवाना इंडस्ट्रियल एरिया के DSIIDC ( डी एस आई आई डी सी ) के अंदर बसा दिया गया था। कॉलोनी के आगे ट्रांसफार्मर लगाने की जगह नहीं है और ना ही कॉलोनी में पाइपलाइन एंट्री करने की जगह कानूनी रूप से नहीं मिल पाई क्योंकि कॉलोनी के एंट्री के आगे DSIIDC की जगह है और यहां पर कई विभागों का आपस में पेच फंसा हुआ है।
जल बोर्ड का कहना है कि जब DSIIDC उन्हें अनुमति देगा उस जगह की NOC देगा तब वे जल बोर्ड की लाइन लाएंगे। यही वाक्य टाटा पावर ने दोहराया।
यहां पर आज SDM, टाटा पावर, दिल्ली जल बोर्ड, DSIIDC समेत कई विभागों ने एक साथ दौरा किया और एसडीएम ने एक सप्ताह में DSIIDC से रिपोर्ट मांगी है।
यहां इन गरीब लोगों के अपने आईडी प्रूफ इस जगह के नहीं बन पाए उस वजह से इन्हें LPG गैस आदि के कनेक्शन भी नहीं बन पाए और यहां महिलाएं आज भी चूल्हे में आग जलाकर खाना बनाती है और बच्चे मोमबत्ती जलाकर पढ़ाई करते हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि या कोई समाधान निकलता है या नहीं