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NEW DELHI
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने फिल्म ‘गिलटी’ में एक दुश्चरित्र किरदार का नाम नानकी रखने पर फिल्म के प्रोडयुसर, डायरैक्टर व नैटफल्किस को लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने फिल्म ‘आॅपरेशन परिंदे’ में अमृत पान किये हुए सिंहों को आतंकवादी बताने पर ज़ी.टीवी को भी कानूनी नोटिस भेजा है व दोनों फिल्मों के प्रोडयुसर और डायरैक्टर को सिख संगत से माफी मांगने के लिए कहा है।
अपने वकील अवनीत कौर द्वारा भेजे नोटिस में श्री सिरसा ने डायरैक्टर रूची नारायण, धर्मा प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटड के प्रोडयुसर व नैटफल्किस एंटरटैनमैंट सर्विसिज़ लिमिटड को कहा है कि वह फिल्म और इसके प्रोमों को तुरंत डीलिट करने और सिख संगत से माफी मांगें नहीं तो वह मामले को अदालत में ले जायेंगे।
श्री सिरसा ने कहा कि नानकी गुरु नानक देव जी की बहन जी का नाम था और सिख इतिहास में उनका विशेष महत्व है।
यह नाम फिल्म में एक किरदार के लिए इस्तेमाल किया है जो क्यारा अडवाणी ने निभाया है व फिल्म में यह किरादार सिगरेट पीता हुआ, शराब पीता हुआ व सैक्स करता और नशों का सेवन करता नज़र आता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और वैबसाइट पर चल रहे इश्तिहार और प्रोमो की वीडिया में धर्म के नाम को गैर कानूनी व गलत तरीके से प्रयोग में लाया गया नज़र आता है।
उन्होंने कहा कि फिल्म के मुख्य किरदार का नाम नानकी रख कर उसे नशे, शराब सिगरेट व सैक्स से जोड़ना एक धार्मिक अपराध वाली कार्रवाई है जिसने पूरे सिख भाईचारे की भावनाओं को चोट पहुंचाई है व गुरु नानक देव जी की बहन नानकी जी के पवित्र नाम का अक्स खराब किया है। उन्होंने कहा कि सिख धर्म में गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा बताई गई मर्यादा में सिगरेट, नशा करने व शराब पीने की सख्त मनाई है।
उन्होंने कहा कि यह प्रोडयुसर और ब्राॅडकास्टर की जिम्मेवारी बनती है जिन्होंने इस किरदार का नाम नानकी रख कर सिख भाईचारे का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि यह अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जायेगा और साभी कानूनी तरीके निकाल कर ऐसी मानमानी रोकी जायेगी।
उन्होंने तीनों को नोटिस प्राप्त होने के 24 घंटों के भीतर फिल्म ‘गिलटी’ और इसके प्रोमो को डिलीट करने या हटाने और बिना शर्त सिख संगत से माफी मांगने के लिए कहा है।
इस दौरान श्री सिरसा ने फिल्म ‘आॅपरेशन परिंदे’ के प्रोडयुसर और डायरैक्टर व ज़ी 5 फिल्म को भी लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में अमृतधारी सिखों को आतंकवादी बताया गया है व यह किसी भी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अमृतधारी सिख वह सिख होता है जो ईश्वर की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देता है। सिखों को बदनाम करने के लिए जानबूझ कर साजिशें रची जा रहीं हैं।
उन्हें भारत में उस वक्त आंतकवादी करार दिया जा रहा है जब दुनिया भर में अलग-अलग मुल्कों में सिखों की प्रशंसा हो रही है। पंजाब के डी.जी.पी ने भी हाल ही में करतारपुर साहिब काॅरीडोर व सिखांे पर सवाल उठा कर सिखों को बदनाम करने का प्रयास किया व अब ज़ी टीवी ने फिल्म के माध्यम से ऐसा प्रयास किया है।
श्री सिरसा ने कहा कि सिख कभी भी ऐसी साज़िशें बर्दाशत नहीं करेंगे और गलती करने वालों को दरूस्त करने के लिए हर जरूरी कदम उठाया जायेगा। उन्होंने कहा कि फिल्म ‘आॅपरेशन परिंदे’ ज़ी 5 पर दिखाई जा रही है व इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए व प्रोडयुसर व डायरैक्टर सिखों की बदनामी करने के प्रयासों के लिए सिख संगत से तुरंत माफी भी मांगे।