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NEW DELHI
एडहॉक टीचरों के समर्थन में डूटा का भी शुरू से ही प्रोटेस्ट समर्थन धरना जारी है।
अनिश्चितकालीन धरने को 43 दिन हो गए टीचर दिन में नहीं रात में भी धरने पर रहते हैं। सर्द रात में दिल्ली यूनिवर्सिटी के टीचर यही धरने पर बैठे हैं । यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी बात पर अड़ा हुआ है। अभी तक उस पत्र वापस नहीं लिया गया है जिसके तहत एडहॉक टीचर की पोस्ट को गेस्ट में तब्दील किया गया था।
टीचर्स का कहना है कि गेस्ट के नाम पर योग्यता का शोषण किया जाता है। मात्र कुछ हजार रुपए देकर उनसे काम ज्यादा लिया जाता है यह शोषण ही तो है। समान काम समान वेतन की मांग गलत नहीं है फिर भी क्यों नहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन मान रहा।