फोटो- शहजादा हाशमी
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दिल्ली में कार चोरी आम बात हो चुकी है चोर मेहनत की कमाई से खरीदी कार को चुराकर फरार हो जाते है । आपके घर में अंदर कार पार्किंग है उसके बावजूद जब आप कहि बाहर जाते है और कार छोड़कर थोड़ी दूर भो जाते है तो डर रहता है वहां कार मिलेगी भी या नही । दिल्ली में हजारों गाड़िया हर साल चोरी हो जाती है । काफी वाहन चोर पकड़े जाते है फिर भी गाडी चोरियां जारी है इससे साफ है इस तरह के गाडी चोरो के एक दो नही बड़ी संख्या में गैंग सक्रीय है । नार्थ वेस्ट जिला पुलिस के एटीएस स्टाफ ने ऐसे ही एक शातिर वाहन चोर गैंग को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 7 वाहन जब्त किये है –विकास उर्फ़ पिंटू नाम के इस वहां चोर की खासियत यह थी इसके निशाने पर शोरूम से निकली नयी गाड़ियां ज्यादा होती थी –गाड़ी की चाबियाँ यह शोरूम में ही बदल देता था –जैसे ही कोइ गाड़ी खरीदकर घर तो अगली गाड़ी गायब मिलती ।
अब तक आपने बहुत वह चोर देखे होंगे लेकिन नार्थ वेस्ट जिला पुलिस के एटीएस के हत्थे चढ़ा 45 साल का विकास उर्फ़ पिंटू वाहन चोर ज़रा दुसरा किस्म का है इसकी खासियत यह है की यह शोरूम से ही निकली गाड़ियों को चुराता था –शोरूम में यह । किसी तरह नयी गाड़ियों की चाबी चुराता और जैसे ही गाड़ी मालिक शोरूम से गाड़ी अपने घर लेकर आता तो सुबह उसे अपनी गाडी गायब मिलाती –फरीदाबाद के कारोबारी जगदीश सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ –जगदीश सिंह ने 28 मार्च नयी स्टीम गाड़ी शोरूम से गाडी ख़रीदे और 30 मार्च को चोरी हो गयी –आज दिल्ली पुलिस ने इन्हे गाड़ी मिलाने की सूचना दी तो इन्हे बेहद ख़ुशी हुयी नार्थ वेस्ट जिला पुलिस के एटीएस ने एक सूचना के आधार पर पीतम पूरा इलाके से इसे पकड़ा है –गाड़ियां चुराने के बाद विकास इन्हे सोनीपत के ओमबीर नाम के इस शख्स को बेच देता था –पुलिस ने इसके कब्जे से 2 बुलेट मोटर साईकल समेत 7 गाड़ियां बरामद कर वाहन चोरी के 11 मामलों को सुलझाने का दावा किया है —
विकास उर्फ़ पिंटू 15 साल से वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है –बावजूद इसे अभी तक पुलिस गाड़ी चोरी के महज 11 मामलों का ही खुलासा कर पायी है –बहरहाल विकास उर्फ़ पिंटू और कितनी वारदातों में शामिल रहा है, किस तरह यह शोरूम से गाड़ियों की चाबियाँ बदलता था , क्या इस खेल में शोरूम के भी कर्मचारी शामिल रहे है , नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ऐसे तमाम पहलुओं से भी जाँच कर विकास के क्राइम की कुंडली खंगालने में लगी है लेकिन ये समय अकेले दिल्ली में नही बल्कि देशभर में इस तरह के गैंग सक्रिय है जरूरत राष्ट्रीय स्तर पर गाडी चोरी रोकने की कोई कारगर योजना बने जिसे गाडी से दूर होते ही लोगो के दिल की धड़कनें न बढ़े ।
अनिल अत्तरी दिल्ली