नरेला (नई दिल्ली)
रिपोर्ट : अनिल कुमार अत्री।
दिल्ली में नरेला से BJP के पूर्व विधायक और बीजेपी के मौजूदा निगम पार्षद सुनीत चौहान ने कहा कि केजरीवाल साहब नरेला की मेट्रो का अपने हिस्से का बजट नहीं दे पाए इस कारण यह लाइन सैंक्शन नहीं हो पाई। इनका आरोप है कि केजरीवाल की महिलाओं को फ्री में डीटीसी बसों और मेट्रो में सवारी का वायदा हमारी माताओं बहनों को गुमराह करना है। यदि सही में लागू करते तो हम भी स्वागत करते पर ऐसा नही है। दिल्ली में JDU उपाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने भी कहा कि केजरीवाल का कहना है कि इस प्रक्रिया में 3 महीने तक तक प्लान बनेगा उसके बाद भी किसी ने किसी तरह की दिक्कत आएगी तब तक दिल्ली विधानसभा के चुनाव आ जाएंगे और इसके बाद इनका एक ही तर्क होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह काम नहीं होने दिया।
साथ ही नरेला से बीजेपी के पूर्व विधायक नील दमन खत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए 50 डिग्री तापमान में जब वह बस के इंतजार में खड़ी होती है तो कोई बस क्यू शेल्टर नहीं जिसके नीचे छाया में महिलाएं खड़ी हो जाए उन्हें धूप में खड़ा होना पड़ता है और पसीने में तंग हालत में ही उन्हें अपने ऑफिस स्कूल कालेज आदि जगहों पर जाना पड़ता है । न ही बसों की संख्या बढ़ाई गई है। इन्होंने कहा कि साहिब सिंह वर्मा के शासन के दौरान 90 के दशक में दिल्ली में 7000 डीटीसी की बसें होती थी इस वक्त मात्र 4000 से नीचे बसे सिमटी हुई है और जनसंख्या कई गुना बढ़ गई। ऐसे में बसों की संख्या नहीं बढ़ाई जो काम पिछले साढे 4 साल में केजरीवाल को करने थे वे कोई भी काम नहीं किए। अब चुनाव के मौके पर महिलाओं को फ्री यात्रा का लुभावना वायदा दे रहे हैं। महिलाओं को फ्री सवारी देने के मामले में इनका कहना था कि ये इस कदम का स्वागत करते हैं और वह भी चाहते हैं कि महिलाओं को फ्री में यात्रा की सुविधा दी जाए लेकिन वह 3 महीने बाद क्यों अभी सप्ताह 10 दिन में नोटिफिकेशन लाकर तुरंत क्यों नहीं से लागू किया गया। 3 महीने का समय मांगा जा रहा है उसके बाद उसमें मियाद को कुछ और बढ़ा दिया जाएगा तब तक चुनाव आचार संहिता लग जाएगी और दिल्ली में चुनाव आ जाएंगे कहीं ना कहीं यह अरविंद केजरीवाल का महिलाओं के साथ एक छलावा है।
नरेला विधानसभा में बख्तावरपुर वार्ड से निगम पार्षद सुनीत चौहान का कहना है कि उनके आसपास के दर्जनों गांव जो बुराड़ी के बिल्कुल पास है और बुराड़ी से मेट्रो सीधे बख्तावरपुर अलीपुर और नरेला एरिया में आनी है लेकिन CM केजरीवाल ने इस मेट्रो के लिए कोई प्रयास नहीं किया। साथ ही केजरीवाल की सुस्ती और अपने हिस्से का बजट नहीं दे पाने के कारण नरेला की मेट्रो लाइन जो रिठाला से आनी थी वह भी रुक गई। जब बसे नहीं होगी न गांव तक मेट्रो आएगी तो कैसे हमारी महिलाएं इन सुविधाओं का लाभ ले पाएंगी।
साथ ही बीजेपी के नेताओं का कहना है कि किसानों के मामले में अरविंद केजरीवाल सरकार फेल रही। न ही स्कूलों की नई बिल्डिंग बना पाई, न ही नए कॉलेज बना पाई जिनके बड़े-बड़े वायदे किए थे। उन्हीं वायदों पर खरी नहीं उतरी तो इस वायदे पर कैसे खरी उतरेगी। यह लोगों के साथ छलावा है । अब देखने वाली बात होगी कि अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले इस योजना को लागू कर पाते हैं या नहीं कर पाते ।
फिलहाल यह लोगों के गले नहीं उतर रही है क्योंकि चुनाव के बिल्कुल नजदीक आने पर यह कदम उठाया है, कहीं ना कहीं लोकसभा की करारी हार के बाद अरविंद केजरीवाल जनता को रिझा कर विधानसभा जीतने का यह प्लान तो नहीं बना रहे हैं और उसके बाद इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए ।
शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि बुराड़ी में भी मैट्रो आने के फर्जी वायदे किये गए पर अभी मैट्रो में इस योजना पर कोई विचार ही नही और लोगो को गुमराह किया जा रहा है
अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले का इस प्लान का कितना फायदा अरविंद केजरीवाल ले पाते हैं और कितनी संख्या में महिलाएं इनका विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे पर समर्थन करती है ।
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