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Bawana Delhi
बाहरी दिल्ली के बवाना में लोगों ने थाने के आगे नारेबाजी की । लोगो का आरोप है कि एक प्राइवेट हॉस्पिटल में डाक्टर की लापरवाही से यूवक की मौत हुई है। बवाना कंझावला रोड को लोगों ने जाम भी किया। कई किलोमिटर लम्बा लगा जाम। काफ़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स मोजुद थी । दरअसल पैर के ऑपरेशन के दौरान मरीज की मौत हुई और पैर के आपरेशन में जान चले जाने से सभी को लापरवाही की आशंका है और लोगो की भीड़ बवाना थाने के आगे भी डॉक्टर पर FIR दर्ज करवाने के लिए पहुंची । पुलिस ने शव का पोस्ट मार्टम डॉक्टर्स के पैनल से करवाने का निर्णय लिया । पोस्ट मार्टम और डॉक्टर्स पैनल की जांच के बाद ही होगी FIR तब तक मामले की जांच जारी । एक्सीडेंट में घायल हुआ था मरीज इस एक्सीडेंट में दो लोगो की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना हरियाणा में हुई थी।
बाहरी दिल्ली के बवाना में लोगो ने कई घण्टो तक सड़क जाम कर हंगामा किया। दरअसल दिल्ली के बवाना इलाके में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां सड़क हादसे में घायल 26 साल के मोहित को घायल अवस्था में सरकारी अस्पताल से परिजन बवाना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाए थे । मोहित के पैर में फ्रैक्चर था और डॉक्टर ने ऑपरेशन की बात कही सभी टेस्ट कराने के बाद जब ऑपरेशन शुरू हुआ तो परिवार वालों के मुताबिक कुछ ही समय बाद डॉक्टर ने जानकारी दी की मोहित की तबियत बिगड़ रही है और उसको वेंटिलेटर पर रखना होगा परिजनों के पूछने पर डॉक्टर ने अलग-अलग वजह बताई। आनन फानन में मरीज को वेंटिलेटर वाली एंबुलेंस में बवाना के इस प्राइवेट हॉस्पिटल से रोहिणी के जयपुर गोल्डन अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी जयपुर गोल्डन में डॉक्टरों ने मोहित को मृत घोषित कर दिया।
परिवार वालों की यह समझ नहीं आ रहा था कि आखिर पैर में हुए फ्रैक्चर के ऑपरेशन में किसी की मौत कैसे हो सकती है यही वजह थी कि आज मोहित के परिजनों का गुस्सा अस्पताल पर फूटा और उन्होंने हंगामा किया साथ ही बवाना कंझावला रोड भी जाम कर दिया। एक घंटे तक जाम यूं ही लगा रहा जिसके बाद भारी पुलिस बल तैनात कर लोगों को समझा कर हटाया गया
पुलिस अब शव का पोस्ट मार्टम कई डॉक्टर्स के पैनल से करवाएगी ताकि मौत की वजह की जांच निष्पक्ष और सटीक हो सके । फिलहाल बवाना थाना पुलिस जांच में जुटी है ।
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बवाना इलाके में एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से युवक की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा कर डॉक्टर पर कानूनी कार्रवाई और शव का पोस्टमार्टम पैनल में कराने की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को आश्वासन दिया है। मामला सामने आने के बाद डॉक्टर अपने अस्पताल से फरार है।
जानकारी के मुताबिक मृतक युवक की पहचान मोहित के रूप में हुई है। वह परिवार के साथ बवाना ब्राहमण कॉलोनी इलाके में रहता था। वह पिछले कुछ समय से स्वामी सद्धानंद अस्पताल में नौकरी कर रहा था। 24 की रात करीब डेढ़ बजे वह अपने तीन दोस्तों दीपक,नवीन,सौरव और कालू के साथ भिवाड़ी में शादी समारोह में शामिल होने के बाद कार से घर की तरफ आ रहा था। कार दीपक चला रहा था। भिवाड़ी के पास उनका एक्सिडेंट हो गया। जिसमें नवीन और सौरव की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि बाकी तीनों के हाथ और पैर में फ्रेक्चर हुआ था। मोहित के पैर पर फ्रेक्चर हुआ था।
सिद्धार्थ अस्पताल में कराया भर्ती
मोहित के भाई दीपक ने बताया कि हादसे के बारे में पता लगने के तुरंत बाद वह महार्षि वाल्मिकी अस्पताल पहुंचे थे। जहां से मोहित को सिद्धार्थ अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल के मालिक डॉक्टर राजीव ने जहां उसने एक्स रे देखकर बताया कि पैर की ऊपर के हिस्से की हड्डी टूटी है। जिसका ऑपरेशन करना होगा। सोमवार को अपने अस्पताल में दाखिल करने के बाद मंगलवार रात करीब 11 बजे राजीव ने ऑपरेशन शुरू किया। कुछ ही देर बाद राजीव ने परिजनों को बताया कि मोहित को वेंटिलेटर पर रखना होगा। परिजनों को कुछ समझ में नहीं आया। कारण पूछने पर डॉक्टर राजीव ने उनको कई चीजें बताई। जो किसी को भी समझ में नहीं आई। इसके कुछ ही देर बाद अचानक डॉक्टर ने कहा कि मोहित को जयपुर गोल्डन अस्पताल में भर्ती कराना होगा। वहां पर सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में रहेगा। डॉक्टर ने खुद ही फोन कर वेंटिलेटर वाली एम्बुलेंस मंगवा ली। जिसमें वह और उसके सहयोगी मोहित को लेकर जयपुर गोल्डन अस्पताल गए। वहां पर सीनियर डॉक्टरों ने मोहित के ईलाज के कागजात देखने के बाद डॉक्टर राजीव से कुछ बातचीत कर मोहित को देखा। बुधवार शाम को डॉक्टरों ने मोहित को मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर पर लगे गंभीर आरोप
मोहित के परिजनों ने बताया कि जयपुर गोल्डन अस्पताल में डॉक्टर राजीव ने आखिरी एमएलसी भिवाड़ी की दिखा रखी है। जबकि अपने अस्पताल किये ऑपरेशन आदि के पर्चे उसने नहीं दिखाए और नहीं अपने यहां मोहित का कोई ईलाज करने की बात बताई। जयपुर गोल्डन अस्पताल के डॉक्टरों ने राजीव से मिलीभगत कर इस बात को बाहर नहीं आने दिया। मोहित की मौत का कारण जब पूछा गया तो किसी भी डॉक्टर ने कुछ नहीं बताया। मामले की जानकारी रोहिणी थाना पुलिस को दी। जिन्होंने मामले में ऐसे पुलिस वाले को जांच का जिम्मा सौंपा,जो छुट्टी पर था। पुलिस की भी लापरवाही देखते हुए। बवाना थाने में मामले की जानकारी दी। वीरवार को सिद्धार्थ अस्पताल के सामने डॉक्टर राजीव के खिलाफ हंगामा कर उसे मोहित की मौत का जिम्मेवार ठहराया। हंगामे की वजह से कंझावला रोड पर काफी लंबा जाम लग गया था। जिसको सुचारू रूप से चलाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
डॉक्टर राजीव की डिग्री हो रद्द।
परिजनों को कहना है कि डॉक्टर राजीव किसी सरकारी अस्पताल में नौकरी करता है। साथ ही उसने अपना सिद्धार्थ नाम से प्राइवेट अस्पताल चला रखा है। इंडियन मेडिकल कॉसिंल से मांग है कि डॉक्टर राजीव की डिग्री कैंसिल की जाए और अस्पताल को ताला लगाया जाए। पुलिस से मांग की है कि डॉक्टर राजीव को मोहित की हत्या करने के जुर्म में उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलवाए।