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नई दिल्ली।
अमन विहार इलाके में माता- पिता ने सामूहिक दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग की बेटी की अस्मत का सौदा आरोपितों के साथ बीस लाख रुपये में तय कर दिया। उन्होंने पेशगी के तौर पर आरोपितों से पांच लाख रुपये लेकर बेटी पर कोर्ट में बयान बदलने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। लेकिन पीड़ित जब इसके लिए तैयार नहीं हुई तो उसके साथ मारपीट की। आखिरकार आसपास की महिलाओं की मदद से लड़की पुलिस यक पहुंची और लड़की की माँ गिरफ्तार और पिता समेत दूसरे आरोपी फरार है । नाबालिग लड़की को अपने माँ बाप से हत्या का खतरा था इसलिए लड़की को गांधी आश्रम चिल्ड्रन होम में भेज दिया गया है ।
पीड़ित की यह दिलेरी थी कि वह रुपये लेकर पुलिस के पास पहुंच गई और आरोपितों समेत माता पिता के खिलाफ ही शिकायत कर दी। पुलिस ने रुपये को जब्त कर लिये और जांच पड़ताल के बाद पीड़ित के माता पिता समेत पांच आरोपितों के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, धमकी देने, प्रलोभन देकर कोर्ट में गलत गवाही देने व नाबालिग के साथ क्रूरता करने के जेजे एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने इनमें पीड़ित की मां को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। 15 वर्षीय पीड़ित किराड़ी इलाके में परिवार के साथ रहती है। वह 10 अप्रैल को पड़ोस की महिला और उसके पति की मदद से पुलिस तक पहुंची। उसके पास रुपये का एक बंडल था।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसने सुनील शाही समेत अन्य लोगों के खिलाफ गत साल दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज कराया था। सुनील इन दिनों अंतरिम जमानत पर है।
उसने मेरे माता पिता से बीस लाख रुपये देने की बात की। जिससे वह कोर्ट में आरोपितों के खिलाफ बयान बदल दें। उसके माता पिता रुपये लेकर कोर्ट में बयान बदलने की बात मान गए। इसके बाद 8 अप्रैल की शाम उसे घर के आसपास ही सुनील शाही मिला। वह सफेद रंग की कार में था। सुनील ने उसे धमकी दी कि वह कोर्ट में बयान नहीं बदलेगी तो उसे गायब करा देगा। पीड़ित के मुताबिक धमकी देकर सुनील उस वहां से चला गया। इसके बाद 9 अप्रैल की रात सुनील के जानकार संतोष परिहार व रमन आए और दोनों ने पीड़ित के माता पिता को पांच लाख रुपये देकर चले गए। रुपये लेने के बाद उसके माता पिता उसे कोर्ट में बयान बदलने के लिए दबाव बनाने लगे। लेकिन वह तैयार नहीं हुई तो उसके साथ मारपीट की। पीड़ित ने बताया कि माता पिता ने रुपये बेड के अंदर रख दिए थे और अगले दिन 10 अप्रैल को दोनों कोर्ट में चले गए तो वह रुपये निकालकर पुलिस तक पहुंची । पुलिस ने रुपये गिने तो वह कुल चार लाख 96 हजार थे। जिसकी पुलिस ने जब्ती सूची तैयार की और पीड़ित के बयान पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
लड़की वर्ष 2017 में 30 अगस्त को अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट अमन विहार थाने में दर्ज कराई थी। इस बीच छह दिनों के बाद वह वापस आ गई थी और उसने पुलिस को बयान दिया था कि उसे दो लोगों ने एक जगह पर ले जाकर रखा था और उसके साथ दुष्कर्म किया था। तब पुलिस ने पीड़ित के बयान पर पॉक्सो एक्ट की धाराओं में किराड़ी के ही प्रोपर्टी डीलर सुनील शाही व चंद्रभूषण पांडेय के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
बाद में दोनों को अंतरिम जमानत मिल गई थी। जिसके बाद ये सब ताना बाना बुना जा रहा था ।