इस वीडियो में पीड़ित परिवार का पक्ष सूने ।
मैक्स अस्पताल के मामले में जैसे ही पीड़ित परिवार को मैक्स अस्पताल के लाइसेंस रद्द के सटे की सूचना मीडिया से मिली तो परिजन काफी गुस्से में अस्पताल के आगे आये है और अनशन पर बैठ गए है क्योंकि इनका कहना है बिना इनका पक्ष जाने कैसे लाइसेंस रद्द पर सटे हो गया । सब जांच में अस्पताल दोषी है और इनसे वायदा किया था लाइसेंस रद्द और दोनों आरोपी डॉक्टर्स गिरफ्तार होंगे तब इन लोगो ने धरना खत्म किया था लेकिन अब न तो वे डॉक्टर्स गिरफ्तार हुए उल्टे अस्पताल को फिर से शुरू करने की सूचना इनको मिली । मैक्स अस्पताल शालीमार बाग के आगे मृतक बच्चे के दादा कैलाश और रिश्तेदार हरिसिंह घर के दूसरे मेंबर्स और महिलाओं समेत धरने पर बैठ गए हैं । साथ मे पीड़ित परिवार का वकील भी अस्पताल के आगे मौजूद है और सवाल कर रहे है इनका पक्ष तक नही जाना और लाइसेंस सटे कैसे हो गया ।
फिलहाल कुछ मरीज तीमारदार दोबारा आपरेशन थियेटर शुरू होने से थोड़े खुश हुए हैं तो कुछ गुस्से में है जो मैक्स अस्पताल से नाराज थे ।
इस परिवार की महिला ने करीब 21 सप्ताह के दो जुड़वा बच्चो को मैक्स अस्पताल में जन्म दिया था एक बच्चा पैदा होते ही डॉक्टर्स ने मृत बताया तो दूसरे बच्चे को उसी दिन दोपहर को मृत बताकर परिवार को सौप दिया और दोनों बच्चों के शव पार्सल में लपेटकर टेप मुहर आदि लगाकर परिवार को सौंपे गए पर बाद में अंतिम संस्कार के लिए ले जाते हुए एक बच्चा जीवित मिला इस मामले सरकार ने जांच कैमेटी बनाई और अस्पताल शुरुआती और अंतिम दोनो रिपोर्ट में दोषी पाया गया तब दिल्ली सरकार ने मैक्स अस्पताल शालीमार बाग का लाइसेंस रद्द किया था लेकिन आज फिर से इस लाइसेंस रद्द पर स्टे लगने से ये परिवार आहत होकर यहां पहुंचा है ।