विश्वकर्मा कारपेंटर वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा मुम्बई के विलेपार्ले स्थित नवीन भाई ठक्कर हॉल मे कारपेन्टर सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमे मुम्बई, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश के फर्नीचर के कारोबार से जुड़े कारपेन्टर विश्वकर्मा लोहार एवं बढई समाज के लोगों का बडा जमावड़ा हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा और अध्यक्षता श्री राजेन्द्र विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर विश्वकर्मा समाज के समाजसेवी श्री सभाजीत विश्वकर्मा को विश्वकर्मा रत्न पुरस्कार मुख्य अतिथि श्री राम आसरे विश्वकर्मा के कर कमलो द्वारा देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सचिव श्री गंगाराम विश्वकर्मा तथा आयोजन कारपेन्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री वशिष्ठ नारायण विश्वकर्मा ने माननीय पूर्वमंत्री राम आसरे विश्वकर्मा का अपनी कमेटी की तरफ से स्वागत अभिनन्दन किया। पूर्वमत्री श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने विश्वकर्मा कारपेन्टर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि विगत 10 वर्षो से लगातार कारपेन्टर सम्मेलन के माध्यम से आपकी आवाज उठायी जाती रही है लेकिन आज तक बढई कारपेन्टर की दशा मे कोई सुधार नही हुआ। केन्द्र और प्रदेश सरकार का रवैया कारपेन्टरो के प्रति उपेक्षापूर्ण रहा है। किसी कारपेन्टर की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार की आर्थिक मदद के लिए सरकार के पास कोई योजना नही है। उपर से केन्द्र सरकार लकडी पर 18% जी०एस०टी० लगाकर लकडी के कारोबार को खतम करने की साजिश कर रही है। आजादी के बाद से लेकर आज तक कारपेन्टरों को उनकी बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया गया है। लोहे लकडी के कारोबार पर सरकार द्वारा कोई सरकारी मदद जारी नहीं की गयी और न कुटीर उद्योग को कोई बढावा दिया गया। इसीलिये हमारी मांग है कि केन्द्र सरकार शिल्पकारो के विकास के लिये राष्ट्रीय शिल्पकार विकास आयोग का गठन करे ताकि आयोग की संस्तुतियों को लागू करके विश्वकर्मा शिल्पकार और कारपेन्टर का विकास किया जा सके।हमारा न तो कोई राजनैतिक संरक्षण है और न हमारे समाज के एम०पी०, एम०एल०ए० है जो हमारी बात लोकसभा या विधानसभा में उठा सके।केन्द्र और प्रदेश सरकार में विश्वकर्मा समाज का कोई मन्त्री भी नही है जो हमारी बातो को सरकार में पहुचाकर हमारी मदद कर सके।जब तक हम सरकार में मन्त्री थे तब तक हमने समाज की मदद की लेकिन अब विश्वकर्मा समाज को कोई पूंछने वाला नही है। विश्वकर्मा समाज को राजनीति और सरकार से भागीदारी लेनी होगी तब जाकर के समाज के लिए नीतिया बनायी जा सकेगी और समाज को सामाजिक सुरक्षा दिया जा सकेगा। श्री विश्वकर्मा ने सभी विश्वकर्मा बन्धुओं को विश्वकर्मा के नाम पर एकजुट होने का आह्वान किया। कार्यक्रम मे सर्वश्री राजेन्द्र चिन्तबहाल विश्वकर्मा अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष श्री शंकरलाल चुरागले, मुम्बई प्रदेश अध्यक्ष श्री बाबूलाल विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा,डा० आर०आर० विश्वकर्मा, नन्दलाल विश्वकर्मा, संतलाल विश्वकर्मा, योगेश विश्वकर्मा, रामलाल विश्वकर्मा, गुलाम विश्वकर्मा,के०के० विश्वकर्मा सहित समाज कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ।