दिल्ली के नरेला में कई वारदातों के बाद SHO को थाणे से हटाकर दुसरी जांच में भले ही लगा दिया हो पर दिल्ली पुलिस कितनी मुस्तैद है इसकी पोल आज नरेला के हरियाणा से लगते बोर्डर्स पर चेक करने के दौरान खुली … कोई पुलिस बोर्ड्स पर तैनात नही थी और अधिकतर क्रिमिनल इन बोर्डर्स से क्राइम कर हरियाणा में इंट्री कर जाते है ….
दिल्ली के नरेला में कल एक ही दिन में दो बड़ी वारदाते हुई ज्सिमे दिन में करीब दस बजे बैंक में पैसे जमा कराने आये टीन व्यापारियों को गोली मारकर लूट की गई ज्सिमे दो व्यापारियों की मौत हो गई थी और तीसरे की हालत गम्भीर … इन घटना को बीते एक दिन भी नही बीता था कि शमा को नरेला के ही पाना उद्यान में एक शख्स को घर के आगे कई गोलिया मार दी जो जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहा है. इस एरिया में हो रहे क्राइम में अधिकतर हरियाणा और बाहरी दिल्ली के इन्ही इलाकों के मिले जुले क्रिमिनल एन्जाम देते है. इन वारदातों के बाद नरेला के सुरक्षा को जब चेक किया गया तो हैरान करने वाली तस्वीर मिली नरेला के हरियाणा से कई बोर्डर लगते है जिनसे क्रिमिनल फरार होते है यहा बोर्डर्स पर सिर्फ बेरीकेट खड़े है कोई पुलिसकर्मी नही है. कोई हादसा हो ओर बोर्डर पर पुलिस मुस्तैद हो तब तक यहा से क्रिमिनल फरार हो चुके होते है. यहा दिल्ली पुलिस पर बड़े सवाल खड़े होते है लोगो को भी ये शिकायते लम्बे वक्त से है पर पुलिस का ध्यान इस तरफ नजर नही आ रहा
सिंघु बोर्डर पर जब कैमरा पहुंचा तब जाकर दो पुलिसकर्मी बाहर आये वरना ये भी पुलिस बूथ में आराम की मुद्रा में थे. फिलहाल पुलिस का ढीला रैवैया देखकर साफ़ है की लोगो को अपनी रक्षा खुद करनी होगी वो इस गलत फहमी में न रहे की दिल्ली पुलिस हमेशा उनके साथ है बल्कि खुद लोग सजग रहे.